पुकारी गौशाला में डिमांड से कम गौवंश मिलने की शिकायत पर जांच शुरू

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रिपोर्ट सोनू करवरिया

नरैनी  ।        पुकारी गांव की गौशाला से 152 गौवंश कहां गायब हो गये । मुख्य विकास अधिकारी ने खंड विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान,सचिव सहित जिम्मेदारों को नोटिस भेजकर तीन दिनों में जवाब मांगा है।समय से स्पष्टीकरण न देने पर नियमानुसार कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी है। ग्राम प्रधान और सचिव ने दिसंबर माह में 342 गौवंशों की डिमांड लगाई थी जबकि गौरक्षा समिति और पशु चिकित्सक को गोशाला में सिर्फ 190 गौवंश मिले हैं।

गौरक्षा समिति के सदस्यों द्वारा पुकारी गांव की गोशाला में ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा गो तस्करी करने का आरोप लगाने के बाद इस प्रकरण को अखबारों ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था । मामला संज्ञान में आने के बाद मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य ने खंड विकास अधिकारी, पुकारी गांव के ग्राम प्रधान /सचिव को 15 जनवरी को नोटिस भेजकर निर्देशित किया है कि पशु चिकित्सा अधिकारी शिवकुमार वैश्य ने विगत 14 जनवरी को पुकारी गांव के गो आश्रय स्थल का निरीक्षण किया था उन्होंने मौके पर पाया है कि ग्राम प्रधान और 6 केयर टेकर की जगह 3 केयर टेकर मौके पर मिले । गो शाला में 190 गोवंश संरक्षित पाए गए हैं । संरक्षित गोवंश के सापेक्ष भरण पोषण की पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं पाई गई हैं । ग्राम पंचायत ने दिसंबर माह में 342 गोवंशो की डिमांड लगाई थी । संरक्षित गोवंश के सापेक्ष 152 गोवंश कम पाए गए हैं। गोआश्रय स्थल में अपर्याप्त प्रबंधन , गोसंरक्षण के शिथिल पर्यवेक्षण, गोआश्रय स्थल में बरती गई घोर अनियमितताएं तथा उच्चाधिकारियों द्वारा दिए निर्देशों के प्रति उदासीनता बरती गई है । सीडीओ ने निर्देशित किया है कि दिसंबर माह में 342 गोवंशों की डिमांड के सापेक्ष 14 जनवरी को किए गए निरीक्षण में पाए गए 190 गोवंश के सापेक्ष 152 गोवंश का अंतर स्पष्ट करते हुए साक्ष्यों सहित तीन दिनों के अंदर अपना अलग अलग स्पष्टीकरण खंड विकास अधिकारी के माध्यम से सीवीओ को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में आपके विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जायेगी।

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