रिपोर्ट–सन्तोष कुमार सोनी
करतल- आज फाल्गुनी बयार के साथ मनाये जाने वाले इस होली के पावन पर्व पर कस्बे के अलावा क्षेत्रीय सभी गांवों में टोली बनाकर निकले होरियारों एवं अपने घरों में महिलाओं द्वारा गाजे बाजे के साथ गाये जा रहे पारंपरिक होली गीतों के साथ यह होली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम के मनाया गया इस त्यौहार में कहीं सतरंगी रंगों की बौछार तो कहीं भंग एवं ठण्डाई बहार के बीच मदमस्त होरियारों ने अपनी होली गीतों की कलाओं का प्रदर्शन कर लोगों का भरपूर मनोरंजन कर इस त्यौहार को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ धूमधाम के साथ मनाया!
इस त्यौहार में बच्चों से लेकर बुजुर्गों एवं महिलाओं ने एक दूसरे को अबीर, गुलाल तथा रंग लगाकर इस त्योहार को रंगीन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी एक दूसरे को पकड़कर रंग गुलाल लगाने एवं सभी बुजुर्गों को गुलाल लगाकर उनका आशीर्वाद लेने की होड़ ने सभी को अपने अपने घरों से निकालने पर मजबूर कर दिया इसके अलावा एकदूसरे का पीछा कर रंग लगाते छोटे छोटे बच्चों ने माहौल को और भी रंगीन कर होली है की आवाजों से समूचा वातावरण गुंजायमान रहा!इस रंगारंग त्यौहार के तहत पूर्वजों से चली आ रही परंम्परा के अनुसार धर्मेन्द्र कुमार राजपूत द्वारा सभी होरियारों को आमंत्रित कर अपने दरवाजे में कराये गये वृहद फाग का कार्यक्रम कस्बाई लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय कई गावों के होरियारों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया जिससे कार्यक्रम और भी रोचक रहा। इस पूरे कार्यक्रम में स्थानीय पुलिस ने अच्छी भूमिका निभाई