जसपुरा कस्बे में शमशान घाट ना होने से शव का दाह संस्कार करने दूसरे गांव जाने को मजबूर

राज्य

 

आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट

बांदा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हर गांव में इस समय शमशान घाट (मुक्ति धाम)की व्यवस्था किए हुए लेकिन जसपुरा विकासखंड के जसपुरा कस्बे में ही शमशान घाट ना होने से कस्बे वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है कस्बे के लोग शव को ले जाकर कस्बे से 8 से 10 किलोमीटर दूर लेकर जाते हैं जिससे उन्हें काफी दिक्कत होती है कस्बे के ही रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता राज बहादुर सिंह उर्फ राजू प्रधान ने बताया कि जसपुरा कस्बे के रहने वाले बलराम प्रजापति स्कूटी की टक्कर लगने से घायल हो गए थे जिनका इलाज कानपुर में चल रहा था इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी जसपुरा में शमशान घाट ना होने के कारण दाह संस्कार सिकहूला गांव में किया गया है जो लगभग जसपुरा से 8 किलोमीटर दूर है जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है जसपुरा गांव 32 गांव का ब्लॉक है लेकिन जसपुरा कस्बे में शमशान घाट नहीं है अगर किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसे ले जाने के लिए सिकहुला या पैलानी ले जाना पड़ता है कस्बे में इस समय शमशान घाट की बहुत ही आवश्यकता है जिससे लोग पहुंच कर अपने शव का दाह संस्कार कर सके। वही जब पूरे मामले की जानकारी ग्राम प्रधान श्रीमती सुनीता सिंह से बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा कई बार प्रयास किया गया है और उच्च अधिकारियों से लिखित मांग भी की गई है लेकिन अभी तक शमशान घाट की व्यवस्था नहीं हो पाई जल शक्ति मंत्री रामकेश निषाद व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पुनः जल्द से जल्द मांग करेंगे। जब वहीं पूरे मामले की जानकारी खंड विकास अधिकारी से लेनी चाही तो उन्होंने अपना फोन ही नहीं रिसीव किया।

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