संकलन :: सनत कुमार बुधौलिया
इन दिनों पूरे विश्व में चर्चा का केंद्र बिंदु बने “महाकुंभ” के आयोजन को लेकर कई महान महान बाते सामने आ रही है।
पीढ़ियों से चल आ रहा महाकुंभ आयोजन भारतीय सनातनी महापर्व के तौर पर विख्यात रहा है और रहेगा । महा कुंभ के आयोजनों की ख्याति भारत वर्ष के बाहर विदेशो तक पहुंच रही है वास्तव में यह आयोजन विश्व के लिए भी अहमियत रखता है और यही कारण है कि श्रद्धालुओं के पवित्र स्नान करने की संख्या रिकॉर्ड स्थापित कर रही है वहीं कभी आगजनी तो कभी भगदड़ जैसे हादसे भी चर्चित हो रहे हैं।।
मीडिया ने भी इस महाकुंभ 2025 में विशेष रूप से कई नामचीन हस्तियों के नाम भी अपनी टी आर पी में शामिल कर उन नामों को अपने दर्शकों की जिज्ञासा का केंद्र बना दिया इनमें एंकर हर्षा हों या फिर एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी सभी ने अपनी उपस्थिति से अपनी ओर लोगों का ध्यान खींचा है।।
अभी खबर आ रही है कि सुप्रसिद्ध “किन्नर अखाड़े” की महामंडलेश्वर घोषित की गई “ममता कुलकर्णी” को उनके पद से हटा दिया गया है।।
पूरे विश्व में अपनी अलग ही पहचान बनाने वाले किन्नर अखाड़े में वैसे तो विख्यात सुंदरी किन्नर संन्यासी “चंचल नाथ/दास” का नाम चहुंओर फैल रहा है वहीं बिना किसी सिद्धांत के ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने का पुरजोर विरोध भी हो रहा है।।
खबर है कि विख्यात बागेश्वर बाबा “धर्मेंद्र शास्त्री” और सुप्रसिद्ध योग गुरु”बाबा रामदेव” ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने का विरोध किया था और उसके बाद से ही कई अन्य अखाड़ों और संन्यासियों के द्वारा भी इसका विरोध किया गया।।
बताते चलें कि हमारे पुरातन सनातन संस्कृति में अनादिकाल से प्रचलित संन्यास की भी एक रीति, एक नियम, एक मर्यादा होती है जिसका पालन करना अति आवश्यक माना जाता है परन्तु 90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने इस सारे नियम बंधन को छोड़कर खुद को किन्नर संन्यासी घोषित कर लिया और महामंडलेश्वर बन बैठी।।
भारतीय सनातन धर्म संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कई नामचीन हस्तियों संग सक्रिय अखाड़ों के भारी विरोध के कारण ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है।