सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट–
बांदा–आज पैलानी तहसील अध्यक्ष पवन कुमार द्विवेदी अपनी टीम के साथ जसपुरा ब्लॉक के अंतर्गत संचालित ग्राम पंचायत रामपुर की गौशाला में पहुंचे और देखा की यहाँ पर कैद गौवंशों की हालत इतनी दयनीय हैं की देख कर ऐसा लगता है की यहाँ पर गोवंशों को कभी भोजन नहीं दिया जाता
यहाँ क्षेत्रीय अधिकारी सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं और गौशाला के नाम पर खुलेआम प्रशासनिक धन का बंदर बांट किया जा रहा है यहाँ पर वर्तमान में लगभग 100 गौवंश संरक्षित हैं जिनके भोजन करने की चरही में बेतहासा गोबर भरा हुआ है पानी की चरही में कीड़े बिलबिला रहे हैं भोजन के अभाव में ज्यादातर गौवंश इतने कमजोर हो चुके हैं की उनके बीमार होकर असमय ही काल के गाल में समाने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं जबकि सूत्र बताते हैं की यहाँ पर भूख से ब्याकुल कई गौवंश असमय मृत्यु को गले लगा भी चुके हैं किन्तु इतना सब कुछ होने के बावजूद किसी भी प्रसानिक जिम्मेदारों का नहीं जाग रहा जमीर!जबकि जिले में संचालित सभी गौशालाओं के सम्बन्ध में विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा समिति के जिला अध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति ने आश्चर्यजनक जानकारी देते हुए बताया की जिले में संचालित किसी भी गौशाला में गौवंशों की इन्ट्री का रजिस्टर ही नहीं मिलता की उक्त गौशाला में कितने गौवंशों की संख्या दर्ज है जिससे साफ जाहिर हो रहा है की जनपद में संचालित अधिकतर गौशाला में गौवंशों की संख्या बढ़ाकर पैसा निकाला जा रहा है और रामपुर गौशाला में भी पूरी शंका हो रही है की इस गौशाला में भी कैद गौवंशों के अतिरिक्त लगभग 100 गोवंशों की संख्या बढ़ाकर प्रशासन को गुमराह कर गौवंशों के परवरिश का पैसा सरेआम निकाला जा रहा है जबकि जिम्मेदार प्रशासनिक अमला कुम्भकर्णी नींद सोया हुआ है जिसके चलते अधिकतर गौशाला संचालक गौवंशों के हक को खुलेआम बंदरबाँट कर डकार रहे हैं!