रिपोर्ट-सोनू करवारिया
नरैनी- आपको बतादें की जनपद बांदा की गौशालाओं की दुर्दशाओं के बारे में अगर लिखने बैठो तो शायद शब्द ही कम पड़ जायें। लेकिन हाय रे गौवंशों का दुर्भाग्य बांदा जिले का प्रशासनिक अमला जिसके कानों में अभीतक जूं तक नहीं रेंग रहा। आज मंगलवार दि० 8.10.2024 को विश्व हिन्दू महासंघ गौ रक्षा समिति के पदाधिकारी पुस्पेंद्र यादव ने बताया कि आज जब हम अपनी टीम सहित तुर्रा की गौशाला पहुंचे तो वहां की स्थिति बहुत ही दयनीय थी गौवंशों की दुर्दशा देखकर तो दिमाग चकरा गया । तुर्रा की गौशाला में एक गौवंश बिल्कुल मरणासन्न की स्थिति में पाई गई।भूख से गौवंशों तड़प रहे थे ।आखिर इन बेजुबानों के साथ इतनी बेरहमी क्यों की जा रही है। यहाँ की पानी की टंकी एकदम गंदी और बदबू आ रही थी। गौशाला में गंदगी का ऐसा अंबार देखने को मिला जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि महीनों से सफाई नहीं की गई। भंडार कक्ष में देखा तो वहां पर गौवंशों को खाने के लिए कुछ भूसा मिला तथा थोड़ा सा कना मिला जिसे केयर टेकर ने बताया कि कभी कभी कना आता है। चुंगी चोकर और अन्य कोई भी खाने की कोई भी सामग्री नहीं मिली। भूसे की चरही को देखकर ऐसा लग रहा है कि यहां पर खाने के लिए कुछ नहीं दिया जाता है। और इन चरहियों में गौ वंश खड़ा हुआ है । वह इस ताक के साथ खड़े हैं कि सायद कोई भी हमारे ऊपर तरस खा जाएं और खाने को कुछ ही मिल सके।इस तुर्रा की गौशाला में लगभग 120 गौ वंश संरक्षित मिले इनके लिए दो कर्मचारी लगाए हुए हैं लेकिन मौके पर हमेशा की तरह एक ही केयर टेकर मिला। इस तरह की घटनाएं बराबर उजागर की जा रही है लेकिन अब देखना यह है कि इस पर क्या कार्रवाई की जा रही है हलांकि यह घटना पहली नहीं है ऐसे कई बार बांदा के अधिकारियों को इस तरह के प्रकरण को अवगत कराया जा चुका लेकिन सिर्फ खानापूर्ति की जाती हैं। बांदा जिले का प्रशासन तो हमारे गौवंश प्रेमी माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ की मनशा को पूरी तरीके से मटियामेट करने पर तुला है और शासन के बजट को आपस में मिल बाटकर खा रहे हैं आख़िर कब तक बांदा के गौशालाओं की हालत सुधरेगी गौ रक्षा समिति बांदा ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ जी से निवेदन किया है कि एक बार वह बांदा में आकर के यहां की गौवंशों एवं गौशालाओं की दुर्दशा को देखें और जिम्मेदार अधिकारियों को दंडित करते हुए आगे की कार्यवाही की जाए।