रिपोर्ट- सोनू करवरिया
नरैनी: वर्तमान में इस बांदा जनपदीय क्षेत्र में जिम्मेदारों की अकर्मण्यता के चलते अवैध पशु क्रूरता अधिनियम का सरेआम उल्लंघन हो रहा है जिसका फायदा उठाते हुये पशु तस्कर मनमानी करते हुए रात्रि 12:00 बजे के बाद गौ तस्करी का अवैध परिवहन करके 50 से 60 के बीच पशुओं को ठूस, ठूस कर वाहनों द्वारा जनपद के कुछ कर्मचारियो की मिली भगत से अपने वाहनों को पास कराकर अंतर्जनपदीय क्षेत्रों में खुलेआम ले जाते हैं। गौ रक्षा समिति के तहसील अध्यक्ष सोनू करवरिया ने बताया की क्षेत्रीय लोगों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कालिंजर और अतर्रा थाने के अलावा अन्य किसी भी थाना अथवा चौकियों को सूचना देने पर भी इन गौ तस्करों को कभी नहीं पडकते है तथा इतना ही नहीं ज्यादातर जिम्मेदार अधिकारी सम्पर्क करने परअपना सीयूजी नंबर तक नहीं उठाते हैं। यह एक भीषण समस्या है।जबकि इसकी सूचना एसपी पॉइंट को देने के बाद भी बिसण्डा एवं बबेरू थाने के पुलिस कर्मियों ने जानबूझकर गाड़ियों को रात्रि में पार करा दिया बल्कि सीओ अतर्रा एवं पुलिस अधीक्षक बांदा अंकुर अग्रवाल को सूचना देने पर मात्र एक गाड़ी अतर्रा थाने में पकड़ी गई। लोगों का आरोप है कि लगातार लोकेशन देने के बाद भी अन्य थाने की पुलिस ने फतेहपुर एरिया में सरेआम गौवंशों से लोड डीसीएम को अतर्जनपदीय क्षेत्र में पार करा दिया इस डीसीएम को पार कराने में सबसे बड़ा सहयोग औगासी पुलिस चौकी का रहा है। लोकेशन देने के बाद भी माना जा सकता है की बिसण्डा और बबेरू पुलिस समय पर नहीं पहुंची या फिर देरी हो गई। लेकिन एसपी पॉइंट पर बात होने के बाद भी गाड़ी को निकाल दिया गया। यह एक बहुत बड़ा सोचनीय विषय है। गौ रक्षा समिति के अध्यक्ष ने सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही की शासन ने अधिकारियों को लोगों द्वारा अपनी समस्याओं से अवगत कराने हेतु आखिर सीयूजी नंबर क्यों? बनाए हैं जब उनका सही उपयोग ही नहीं होना है क्योंकि जिम्मेदार अधिकारी इन नम्बरों पर सम्पर्क करने वाले फरियादियों की कभी काल ही नहीं उठाते जिसके चलते अधिकारियों के दिये गये इन बेजान नम्बरों के प्रति लोगों में खासा आक्रोश भी देखने को मिल रहा है।