आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा जल को जीवन का आधार माना गया है, क्योंकि जल के बिना जीवन संभव नहीं है फिर चाहे वो मनुष्य जीव हो या पेड़ पौधे आदि। जल का उपयोग खाने में, पीने के पानी के अलावा हमारे दैनिक कार्य, कृषि, विभिन्न उद्योगों के लिए किया जाता है। इसलिए जल मानव जीवन के उन मूल्यवान संसाधनों में से एक है, जो हमें प्रकृति ने भेंट दिया है। यह विचार पद्मश्री जल योद्धा उमाशंकर पाण्डेय ने विकास खण्ड महुआ के सभागार में आयोजित *अटल भूजल योजना के अंतर्गत जल कोष यात्रा -2024* के दौरान विचार गोष्ठी में कही।
यात्रा का स्वागत जिला उद्यान अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, नोडल अधिकारी अटल भूजल योजना, यूनाँप्स के डिस्ट्रिक्ट कन्सलटेंट ने संयुक्त रूप से किया तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत राजकीय हाई स्कूल, बडोखरबूजुर्ग की बच्चियों द्वारा स्वागत गीत के माध्यम से किया गया।
उपनिदेशक कृषि विजय कुमार ने सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी से आह्वान किया कि जल के बिना जीवन की कल्पना अधूरी है। इसी क्रम मे पूर्व विधायक राजकरन कबीर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि किसान अपनी आमदनी बढाने के लिए वृक्षारोपण अवश्य करे तथा खेत की मेडो पर फलदार और इमारती पौधे लगाए।
जिला उद्यान अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, एल.डी.एम., भाजपा नेता प्रेम नारायण द्विवेदी, ई. ओमप्रकाश मसुरहा, कृषि वैज्ञानिक प्रभा ओझा, जल शक्ति विद्यापीठ के महासचिव डा. अंकित जी ने कहा कि जल संरक्षण की ही महत्ता है कि कभी सूखा से प्रभावित यह क्षेत्र आज बासमती धान का कटोरा बन रहा है और पलायन रूका है।
यात्रा के दूसरे चरण मे पतौरा ग्राम पंचायत के अमृत सरोवर तालाब बलखेडा का ग्राम प्रधान श्रीमती विनीता त्रिपाठी एवं पद्म श्री उमाशंकर पाण्डेय द्वारा पूजन कर अच्छी वर्षा के लिए इन्द्र देवता का आह्वाहन कर जल शपथ दिलाया गया और मानव श्रंखला बनायी गयी।
तत्पश्चात फलदार व छायादार पौधों का रोपण जिला उद्यान अधिकारी की अगुवाई में किया गया।
अटल भूजल योजना द्वारा आच्छादित गांव पतौरा मे ग्राम चौपाल लगाकर नुक्कड़ नाटक व कठपुतली के माध्यम से गांव वालों को मनोरंजन करते हुए जल की उपयोगिता और उसके संरक्षण के लिए जागरूक किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि और यात्रा के संयोजक श्री पाण्डेय जी ने कहा कि का ग्राम प्रधान तथा गांव वालो के सामूहिक प्रयास से पतौरा देश का पहला जल तीर्थ बनेगा। प्राथमिक विद्यालय बलखेडा मे नौनिहालों के बीच कठपुतली के माध्यम से पानी पाठशाला की शुरुआत की गयी। ग्राम प्रधान श्रीमती विनीता त्रिपाठी ने कहा कि हमारा आज का प्रयास इस पीढी के भविष्य के लिए है जसमे राज और समाज का पूरा सहयोग अपेक्षित है।
कार्यक्रम मे आभार प्रकट करते हुए ओमप्रकाश त्रिपाठी ब्यूरो चीफ दैनिक भास्कर ने कहा कि पानीदार पतौरा तन-मन-धन से एक आदर्श गांव बन रहा है उसी का परिणाम है कि गांव डार्क जोन से बाहर निकला है इसमे गांव के प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी रही है।
कार्यक्रम में ए.डी.ओ. पंचायत, वीरेंद्र द्विवेदी पंचायत सेक्रेटरी शैफाली मिश्रा, प्रधानाध्यापक, एग्रीकल्चर एक्सपर्ट रविकांत उपाध्याय, ब्लॉक कोआर्डिनेटर, डी.आई.पी. प्रतिनिधि, जलवीर, प्रगतिशील किसान एवं समूह की महिलाओं का सराहनीय योगदान रहा।
कार्यक्रम का सफल संचालन आई.ई.सी. एक्सपर्ट अखिलेश पाण्डेय ने किया।