सुशील कुमार मिश्रा के साथ धर्मेन्द्र कुमार की रिपोर्ट–
बड़ा सवाल— इन बेजुबान13 गोवंशों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन?
आपको बतादें की यह आश्चर्यजनक मार्मिक घटना बांदा जनपद के नरैनी तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत मोतिहारी गांव की है इस ग्राम पंचायत में गौशालाओं द्वारा छोड़े गये बेसहारा गौवंशो में 13 गौवंश आसपास के खेतों में मृतावस्था में
पाये गये ग्राम वासियों द्वारा गौ रक्षा समिति के तहसील अध्यक्ष सोनू करवरिया को जैसे ही जानकारी हुई तत्काल अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और देखा की 13 गौवंश अलग-अलग स्थानों पर
मृत पड़े हुये थे उन्होंने तुरंत आसपास के लोगों से इस सम्बन्ध में जब जानकारी की तो लोगों ने बताया कि यहाँ पर संचालित गौशालाएं से सभी गौवंश अन्ना छोड़ दिये गये हैं और यहाँ पर एक खेत में लगभग 4 से 5 बीघा में हरी घास बोई हुई है जिससे आशंका है की इसी घास के खाने इनकी मृत्यु हुई है क्योंकि जिस जगह घास बोई हुई थी वहां पर पांच गोवंश मृत मिले बाकी लगभग 1 किलोमीटर दूरी पर 8 गोवंश मृत मिले विश्व हिन्दू गौरक्षा समिति के तहसील अध्यक्ष सोनू करवरिया ने जानकारी देते हुये बताया कि इस समय अधिकतर गौवंश गौशालाओं से छोड़ दिया गया है जिसके चलते भूख, प्यास से ब्याकुल गौवंश या तो दूसरों के खेतों में घुसकर खाते हैं या फिर अन्य अपशिष्ट पदार्थ ही खा लेते हैं जिससे अधिकतर गौवंश कभी-कभी गंभीर रुप से बीमार भी हो जाते हैं जिससे उनकी मृत्यु तक हो जाती है!समिति द्वारा इस हृदयविदारक घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को देने पर जिले के आला अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे तथा उनके ही मौजूदगी में सभी मृत गोवंशों का चिकित्सकों द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया जिसकी रिपोर्ट में यह पाया गया कि जो घास बोई हुई थी वह जहरीली है जिसके खाने से इनके शरीर में जहर फैल जाने से ही इनकी मृत्यु हुई है फिलहाल मौके पर मौजूद पशु विभाग तथाउपस्थिति फॉरेंसिक टीम द्वारा मृत गौवंशों का सैंपल लेकर जांच के लिए बाहर भेजा गया है जिसके परिणाम आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है! खैर परिणाम भले ही कुछ भी आये किन्तु आज इस घटना से तो कुछ ऐसा प्रतीत हो रहा है की गौवंशों के नाम पर प्रशासनिक धन का बंदरबाँट करने वाले जिम्मेदारों के इस कुकृत्य ने इन बेजुबानों को बेसहारा कर बहुत ही घिनौना कार्य किया है जिनके इस घृणित कार्य से गौवंशों असमय हुयी मौतों के लिये शायद ईश्वर भी उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा!
इस अप्रिय घटना के सम्बन्ध में जिला अध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी घटना है इस घटना से समाज में बहुत गलत संदेश जाता है इस समय गोवंशों के प्रति बहुत निंदनीय व्यवहार हो रहा है जबकि जो भी गोवंश गौशाला में है भी तो उनको भी खाने-पीने की कोई ठीक से व्यवस्था नहीं की जाती सम्बंधित अधिकारी सिर्फ कमीशनखोरी के चक्कर में अपना पेट भरते हैं और बेजुबान गोवंश भूख के कारण इधर-उधर घूमता है जिसके
परिणामस्वरूप ऐसी घटनाये होना स्वाभाविक है हालांकि खेत में लगी जहरीली घास को समूचा नष्ट करा दिया गया है तथा सभी गौवंशों को स:सम्मान गढ्ढों में दफन कर अंतिम संस्कार कर दिया गया है!! इस मौके में नरैनी ब्लॉक अध्यक्ष उमेश तिवारी गौरक्षा समिति नरैनी क्षेत्राधिकारी अंबुजा त्रिवेदी,उपजिलाधिकारी नरैनी, पशु चिकित्सा अधिकारी शिवकुमार, डिप्टी सीवीओ राम सिंह, कोतवाली प्रभारी नरैनी स्थानीय ग्राम प्रधान , ग्राम सचिव आदि मौजूद रहे!!