दीनदयाल साहू की रिपोर्ट
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा है कि निर्वाचन की पूरी प्रणाली में मीडिया सेतु के रूप में सशक्त भूमिका निभाती है। उसकी सक्रियता से न केवल मतदाताओं में निर्वाचन के प्रति जागरूकता बढ़ती है, बल्कि वो निर्वाचन तंत्र को भी सजग और अधिक निष्पक्ष बनाएं रखती है।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री क्षीरसागर ने कार्यशाला में कहा कि आज इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईव्हीएम) को लेकर कोई संदेह नहीं रह गया है। इस पर उठने वाली शंकाएं निराधार ही साबित हुई हैं। उन्होंने बताया कि इसके संचालन के लिए निश्चित प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है जो पूर्ण रूप से पारदर्शी प्रक्रिया के तहत होता है। पत्रकार निर्वाचन के दौरान अन्य विभागों के साथ ही अति आवश्यक सेवा में होते हैं। ऐसे में उनके मतदाता के तौर पर कर्तव्य पूरा करने में डाक मतपत्र की सुविधा भारत निर्वाचन आयोग की बड़ी पहल है।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जनसंपर्क विभाग के आयुक्त मयंक श्रीवास्तव ने उम्मीद जताई कि आज की कार्यशाला में दी गई जानकारी पत्रकारों को निर्वाचन संबंधी सूचनाओं और जानकारियों को प्रसारित व प्रचारित करने में इलेक्शन मशीनरी का सहयोग करने में उपयोगी होगी।
उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय अग्रवाल ने कार्यशाला में निर्वाचन प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी के उपयोग को रेखांकित करते हुए आम जन से लेकर अभ्यर्थियों के लिए तैयार भारत निर्वाचन आयोग के पोर्टल्स तथा मोबाइल एप्लीकेशन्स की जानकारी दी। सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती शारदा अग्रवाल ने पेड न्यूज़, मीडिया मॉनिटरिंग सेल तथा मीडिया प्रमाणन एवं अनुवीक्षण समिति (एमसीएमसी) के कार्यों के बारे में बताया।
कार्यशाला में सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूपेश वर्मा और उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यू.एस. अग्रवाल ने ईव्हीएम की कार्यप्रणाली का उल्लेख करते हुए इसकी सुरक्षा में बरती जाने वाली सावधानियों तथा इसकी पारदर्शी प्रणाली की जानकारी दी। कार्यशाला में राजधानी रायपुर के विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता देकर विषय विशेषज्ञों से सवाल-जवाब के माध्यम से अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया।