संजय गोस्वामी
*कोंच। भारत सरकार द्वारा पूरे विश्व में स्वच्छता अभियान को लेकर जितना पैसा खर्च किया गया है उसका धरातल पर बहुत कम प्रभाव दिखाई दे रहा है। अधिकारी कार्यालय में बैठ-बैठे भ्रष्टाचार और कमीशन के चक्कर में सौंदर्यकरण और स्वच्छता अभियान को सिर्फ पलीता लगा रहे हैं। सफाई अभियान के नाम पर मोटा कमीशन कमाने और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पूरा मामला कोंच नगर में गंदे पानी को प्रवाहित करने वाली नरिया का है जो कि नगरपालिका क्षेत्र के भगत सिंह नगर में स्थित राम तलैया से शुरू होकर जयप्रकाश नगर,प्रताप नगर, तिलक नगर, जवाहर नगर एवं नया पटेल नगर होते हुए मलंगा नाला में सम्मिलित हो जाती है। बीते दिनों सफाई अभियान के नाम पर नाला कि सफाई हेतु लाखों रुपए खर्च किये गए थे लेकिन अधिकारियों ने नाला सफाई की वास्तविक स्थिति को देखने के लिए धरातल पर आना उचित नहीं समझा सफाई ठेकेदार को पूरा भुगतान कर दिया। अभी कुछ माह ही बीते हैं कि वार्ड नंबर 9 तिलक नगर में नाले के पास बने मकान से लोगों ने कचरा और गोबर डालकर नाला के पानी की निकासी को अवरुद्ध कर दिया है पानी की निकासी पर्याप्त न होने के कारण पानी खेतों की ओर बढ़ता चला जा रहा है इससे भविष्य में पानी खेतों में खड़ी फसल को नष्ट कर सकता हैं। फसल नष्ट हो जाने के बाद इसका जिम्मेदार कौन होगा यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है। फिलहाल लोगों ने नाली की सफाई करने की मांग की है कि जल्द सफाई नहीं हुई तो उच्च अधिकारियों से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की जाएगी।