रिपोर्ट- सुशील कुमार मिश्रा
बांदा- आज बांदा जनपद की बड़ोखर ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत पचुल्ला में संचालित अस्थाई गौशाला का गौरक्षा समिति के सदस्यों के साथ जिला विकास अधिकारी रमाशंकर सिंह जी गौशाला का निरीक्षण करने हेतु आये हुए थे और उन्होंने गौशाला के अंदर जाकर बराबर निरीक्षण भी किया इसके बाद चले गए किन्तु गौ रक्षा समिति टीम ने गौशाला के अंदर की ब्यवस्था के अलावा जब इस गौशाला के पीछे जाकर देखा तो दंग रह गये इस गौशाला के पीछे कई गोवंशों के कंकाल खुले में पड़े मिले तथा एक गौवंश हाल का ही मृत वहीं पर पड़ा मिला
जबकि आश्चर्यजनक बात यह भी है की एक जिम्मेदार अधिकारी को इस गौशाला भ्रमण के दौरान कुछ भी नजर नहीं आया आपको बता दें की विश्व हिंदू महासंघ गोरक्षा समिति जिला अध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति अपनी टीम के साथ वर्तमान में क्षेत्र की विभिन्न गौशालाओं में लगातार भ्रमण कर रहे हैं इसके साथ साथ जिले के जिम्मेदार अधिकारी भी भ्रमण में निकल रहे हैं लेकिन उन्हें इन गौशालाओं में कुछ भी कमी नजर नहीं आ रही
जबकि जनपद की अधिकतर गौशालाओं में ठंड से बचाव करने हेतु कोई भी समुचित ब्यवस्था नहीं होने के चलते इस भीषण ठंड में कंपकपाते गौवंश इससे बचने के लिए आशियाना खोज रहा है क्योंकि गौशाला के अंदर अलाव जलाने के साथ साथ एक भी ऐसी व्यवस्था नहीं है जिससे की गोवंश को ठंड से बचाया जा सके!
कुछ ऐसा ही हाल बड़ोखर ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत चहितारा में संचालित अस्थाई गौशाला का है!इस
गौशाला में निरीक्षण के दौरान यहाँ पर एक भी कर्मचारी नहीं मिला इस
गौशाला में बाहर से ताला लटका हुआ था और यहाँ पर कैद गौवंश भूख प्यास से ब्याकुल होकर गौशाला के अंदर इधर उधर भटक रहे थे जबकि यहाँ पर गौर करने पर सबूतों के तौर पर पाया गया की संचालक द्वारा गोवंश को सिर्फ सूखी पराली खिलाई जा रही है!
अत: इतनी विषम परिस्थितियों से जूझ रहे गौवंशों की पीड़ा को दरकिनार करने वाले गैर जिम्मेदार क्षेत्रीय अधिकारियों के खिलाफ ऐसी व्यवस्थाओं को अनदेखा करने को लेकर कार्रवाई तो होनी ही चाहिए ताकि संचालकों में प्रशासन द्वारा होने वाली कार्यवाही के प्रति खौफ सलामत रहे!