आत्माराम त्रिपाठी
बांदा जिलाधिकारी बांदा नगेंद्र प्रताप ने जनपद के समस्त जनप्रतिनिधियों / ग्राम पंचायतों के सम्मानित व्यक्तियों से अपील करते हुए कहा है कि जनपद में अन्ना पशुओं द्वारा कृषकों की फसल को क्षति से बचाने के दृष्टिकोण से संचालित स्थायी/अस्थायी गोवंश आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश की उदरपूर्ति हेतु धान की पराली की नितान्त आवश्यकता है।उन्होंने जनपद के समस्त किसानों से अपील की है कि वह पाराली को नष्ट न करे बल्कि गोवंश संरक्षण के लिए एकमत होकर गो सेवा के पुनीत कार्य के पुण्य लाभ को प्राप्त करने हेतु अपने ग्राम पंचायत के ग्रामवासियों से स्वेच्छानुसार निःशुल्क “पराली दान-महादान” अभियान चलाकर संरक्षित गोवंशीय पशुओं की उदरपूर्ति हेतु समस्त पराली-दाताओं को जनहित/ कल्याणकारी कार्यों हेतु प्रेरित करते हुए ग्राम पंचायत के किसी एक सुरक्षित स्थान पर पराली एकत्रित करायें एवं गो संरक्षण जैसे पवित्र कार्य में अपना सक्रिय योगदान प्रदान करें।