आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा।जिले के महुआ विकास खण्ड की ग्राम पंचायत देवरार के प्रधान सुशील कुमार द्वारा किए जा रहे बहुचर्चित भ्रष्टाचार का ज्वलंत नमूना इस गांव की गौशाला की दुर्दशा के बारे में जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा दोषी प्रधान के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से विश्व हिन्दू महासंघ गौरक्षा समिति के पदाधिकारियों ने आश्चर्य प्रकट करते हुए सवालिया निशान लगाए हैं।
गौरतलब है कि समिति की टीम द्वारा इस गौशाला का निरीक्षण करने के बाद विश्व हिन्दू महासंघ गौरक्षा समिति के ब्लाक अध्यक्ष पुष्पेन्द्र सिंह यादव ने आरोप लगाए हैं कि गौवंश भारी कीचड़ दलदल में बैठ नहीं पा रहे हैं और चरही में बैठने को मजबूर हैं। मैदान में पत्थर के बड़े बड़े गिट्टे डलवा कर सरकारी धन को हड़पा गया है। गौवंश के खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं है और मौके पर कोई केयर टेकर भी नहीं मिला। गौवंश को सिर्फ कैद करके रखा गया है। यह गौशाला गौवंश वध शाला साबित हो रही है। उन्होंने इस जिला प्रशासन व सम्बन्धित जिम्मेदार अधिकारियों अधिकारियों से गौवंश की रक्षा हेतु अविलंब उपाय करते हुए कथित भ्रष्ट ग्राम प्रधान सुशील कुमार द्वारा विकास कार्यों और सरकारी योजनाओं में किए जा रहे भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषी ग्राम प्रधान के विरुद्ध कठोर दण्डनीय कार्यवाही करने की मांग की है!