पत्रकार वार्ता में सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष व और विवेक के परिजनों का चौंकाने वाला बयान

राज्य

शिव शर्मा की रिपोर्ट

*राजनांदगांव ।* नक्सली फंडिंग मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार विवेक सिंह पर लगे आरोपों को विवेक के पिता व भाई तथा सर्व आदिवासी समाज के मोहला मानपुर चौकी के जिलाध्यक्ष गोविंद साहवालके ने आधारहीन और राजनीति से प्रेरित बताया है उन्होंने कहा है कि विवेक सिंह का नक्सलियों से कोई संबंध नहीं है। हाल ही में मानपुर से नक्सली फंडिंग को लेकर विवेक सिंह की मानपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की गई है। बताया गया कि विवेक सिंह की नक्सलियों से कथित संबंध रहे है। पुलिस द्वारा लगाए गए आरोप निराधार तथा बेबुनियाद है। विवेक का उसके साथ गिरफ्तार बीजापुर के 4 लोगों का कोई संबंध नहीं, उनसे कभी भी कोई बातचीत और लेनदेन नही हुआ है,। विवेक 2007 से रायपुर में रहता है साल में 2या तीन बार ही मानपुर निवास में परिवार वालों के पास आता है। सूरजू टेकाम की UAPA के तहत दर्ज प्रकरण में विवेक का नाम सिर्फ इस लिए जोडा गया है क्यों कि वह उनका फ्लाइट का टिकट किया था, जबकि टिकट के लिए बस्तर से कोई पैसा नही आया है, पैसा स्थानीय सरपंच पति के द्वारा डाला गया था, जो स्वंय उस के साथ दिल्ली गया था । विवेक एवं उसके परिवार का बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई आधार पयमेंट, बीमा एजेंसी सहित CSC केंद्र का काम है जो लगभग ऑनलाइन ही होता है, उसी के लेनदेन बैंक खातों के माध्यम से होता है, जिसके कारण ही सूरजू टेकाम जो कि सर्वादिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष के फ्लाइट का टिकट कुछ कमिसन लेकर सरपंच पति के कहने पर करवाया था । किसी के फ्लाइट का टिकट बुक करना अपराध है तो उस वयक्ति को जो दुकान से किराना समान देता है, उसके गाड़ी में पेट्रोल भरता है, उसका मोबाइल रिचार्ज करने वाले सभी अपराधी क्यों नही हों जाएंगे और वो दिल्ली से जिस ट्रेन से वापस आये वो सब अपराधी हो जाएंगे। विवेक सिंह का परिवार 1967 से मानपुर में निवासरत है और क्षेत्र के समस्त जातियों बिरादरियों से करीबी संबध रहा है। हमेशा क्षेत्रीय व्यापार में विवेक सिंह का सहयोग रहा है। खुदरा एवं थोक सीमेंट व्यापार के कारण नियमित स्थानीय किसानों के खातों में पैसों का लेनदेन होता है। सर्व आदिवासी समाज के हित में सभी समाज से करीबी संबंध स्थानीय भाजपा नेताओं को रास नहीं आ रहे है। माननीय भूतपूर्व मुख्यमंत्री के दिवंगत पिता नंदकुमार बघेल कांग्रेस के सरकार बनने के पूर्व से अर्थात भूपेश बघेल के जी के CM बनने के पहले से ही सर्व आदिवासी समाज के कार्यकमर्मों में वक्ता के रूप में आते रहें हैं लेकिन भूपेश बघेल के CM बनने के बाद भाजपा सब बातों को कांग्रेस से जोड़ रही है वो बहुत ही गलत है। क्षेत्र में आदिवासियों की समस्याओं और उनके हक अधिकार के लिए हमेसा होने वाले कार्यक्रमों में विवेक के परिवार का हमेसा से योगदान देने के कारण भाजपा के स्थानीय नेताओं को छटपटाहट के वजह से नक्सली सहयोगी होने का आरोप लगाया जा रहा है। जबकि परिवार कई नक्सल पीड़ितों को भी सहयोग करते आ रहे हैं भाजपा महामंत्री एवं सासंद के कई तरह के गलत बयान बाजी से ये स्पस्ट हो गया है कि साजिश किस स्तर की है, जैसे विवेक के पास कभी भी 12 ट्रक कभी नही थे, अभी मात्र 1 ट्रक है लेकिन मीडिया में बढ़ा चढ़ा कर प्रस्तुत कर के आदिवासियत के साथ अपनी पुरातन संस्कृति सभ्यता के साथ जीवन यापन कर रहे मानपुर क्षेत्र में आदिवासियों के बीच अपनी जमीन तलास कर रही है भाजपा निरंतर सामाजिक कार्यों से विवेक सिंह एवं उनके परिवार की अपनी एक जगह स्थापित हो चुकी थी जो स्थानीय भाजपा नेता को पसंद नहीं आ रही है। इसी के चलते भाजपा नेता द्वारा अनर्गल और तथ्यहीन बयान देकर स्थानीय लोगों में अविश्वास पैदा करने की कोशिश की जा रही है।अंबेडकरवादी विचारधारा और बहुजन सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान भाजपा नेता को उनके एजेंडे के खिलाफ देखकर सर्व समाज में विखराव उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है। मीडिया में स्थानीय भाजपा महामंत्री जो स्वयं कभी भी कुछ कमाए बगैर लोगो से वसूली कर के अपना आलीशान जीवन यापन कर रहे हैं के द्वारा लगाए गए आरोप का विवेक सिंह का परिवार एवं सर्व आदिवासी समाज जिला इकाई मोहला -मानपुर- इसका खंडन करता है। हाल ही में हुए 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के पूर्व भाजपा नेता के द्वारा सामाजिक कार्यकर्ताओं को यह भी धमकी दिया गया है कि अगर जेल जाने से बचना है तो सभी समाज के साथ भाजपा जॉइन कर लो, इन तमाम बातों से स्पस्ट है कि साजिस बहुत नियोजित तरीके से शासन और प्रशासन मिल कर कर रहे हैं, ताकि लोग डरें और भाजपा के एजेंडे के लिए काम करे।

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