गौरब दुबे की रिपोर्ट
उरई।विगत दिनों संगीता देवी अपने बच्चों के साथ खेतों से जानवरों के लिये अपने पुत्र एवं पुत्री के साथ चारा लेने गयी थी।जब वह खेत में चारा काट रही थी।तभी गांव के ही निवासी दीपांशु जाति ठाकुर पुत्र राजनरायण उर्फ राजाचौहान ने आकर बच्चों से गाली-गलौच करते हुये बच्चों को मारने लगा।जिस पर मैंने बच्चों को न मारने की बात कही तथा बच्चों को बचाने के लिये जैसे ही आगे बढ़ी वैसे ही दीपांशु ने मेरे ऊपर लोहे की रॉड से प्राणघातक हमला कर दिया।जिससे प्रार्थिनी के शरीर एवं सिर में गम्भीर चोटे आयी है तथा सिर फट गया।घटना के बाद 100 नम्बर पर फोन करने के बाद पुलिस के साथ थाना सिरसा पहुँची।तो हमलावर दीपांशु वहां पर पहले से ही उपस्थित था।जब मैंने अपने साथ हुयी घटना को बताया तो थानाध्यक्ष ने अपने अनुसार प्रार्थिनी से शिकायती पत्र लिखवा लिया।इसके बाद प्रार्थिनी को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुठौंद भेजा गया।जहां उसके सिर में 10 टाँके लगाते हुये उपचार किया गया।उस समय तक प्रार्थिनी के खून से दो तौलिये पूरी तरह से सन चुकी थी।जिन्हें वहां पर उपचार कर रहे स्टाफ के कहने पर कूड़ादान में डलवा दिया गया।जिन्हें थोड़ी देर बाद गायब कर दिया गया।प्रार्थिनी को अगले दिन दिनांक 31.07.2024 को जिला अस्पताल उरई में मेडीकल एवं एक्सरे के
लिये भेजा गया।प्रार्थिनी दिनांक 31.07.2024 को जब वापस थाने पहुँची तो उसकी एफ०आई०आर०सं०0121/2024|सामान्य धाराओं115(2)351(2).352 में दर्ज कर मुल्जिम को छोड़ दिया गया। जिससे विपक्षी पार्टी के हौंसले बुलंद हैं खुलेआम धमकी दे रहे हैं।
जिसको लेकर महिला द्वारा पुलिस अधीक्षक से अपने परिवार और अपने जान-माल की रक्षा की गुहार लगाते हुए विपक्षी दोषियों के खिलाफ यथोचित धाराओं में कार्यवाही की मांग कि है।