दीनदयाल साहू की रिपोर्ट
बलौदाबाजार। बिगत पांच छह महीने से बलोदाबाजर में पुलिस महकमे की नाक के नीचे न केवल सेक्स रैकेट चल रहा था, बल्कि लोगों को हनीट्रैप कर लाखों वसूले भी जा रहे थे। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ में कई चौंकाने वाले राज खुलवाए। गैंग द्वारा अब तक अलग-अलग लोगों से 41 लाख की वसूली करने का खुलासा हो चुका है। मामले के 2 मास्टर माइंड अब भी फरार हैं।
पुलिस ने बुधवार को एसपी दफ्तर में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश करते हुए बताया कि मामले में एक आरोपी महान मिश्रा पहले से ही गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन अन्य आरोपियों दुर्गा टंडन पति प्रत्यूष उर्फ मोंटी मरईया (30), मोंटी उर्फ प्रत्यूष मरईया पिता प्रताप मरईया (28) निवासी अब्दुल कलाम वार्ड और रवीना टंडन पिता कामता टंडन (22) दगौरी थाना बिल्हा की हाल ही में गिरफ्तारी की गई है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि वे धनाढ वर्ग व रिटायर अफसर-कर्मियों को टारगेट करते। रैकेट में सभी की भूमिका बटी हुई थी। मसलन लड़की सप्लाई करने के लिए बात कौन करेगा? कौन लड़की सप्लाई करेगा? फिर कौन नकली पुलिस बनकर छापा मारने जाएगा! पुलिस ने आरोपियों से एक स्कूटी, 5 सोने की अंगूठी और चांदी की एक पायल जब्त की है। मामले में एक अन्य आरोपी आशीष शुक्ला की भी इंट्री हुई है, जो फरार हैं। रैकेट के सरगना शिरीष पांडेय और पुष्पमाला फेकर भी फिलहाल फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए बलौदाबाजार पुलिस कप्तान सदानंद कुमार और एएसपी अविनाश ठाकुर के नेतृत्च में पुलिस की 5 टीमें लगातार अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दे रहीं हैं। संभावना है कि सरगनाओं के पकड़े जाने पर बड़ा खुलासा होगा।
हनीट्रैप गैंग के मास्टरमाइंड शिरीष पांडेय और पुष्पमाला फेकर हैं। ये लोग शहर के एलिट क्लास लोगों को चिन्हित करते। अपनी राजनीतिक पहुंच का रसूख दिखाकर उनसे संपर्क करते। मेल-जोल बढ़ाते। झांसे में ले लेते। फिर गिरोह के सदस्यों को एक्टिव कर लड़कियां सप्लाई करते। फिर अपने ही साथियों से छापा मरवाकर लाखों रुपए की वसूली करवाते। मोंटी और दुर्गा टारगेट से मिलने, लड़कियों के बलौदाबाजार में रहने-खाने व अन्य सुविधाओं का इंतजाम करते थे।