आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा आकाशवाणी छतरपुर में बांदा के सुप्रसिद्ध कहानीकार रमेश चंद्र सोनी उर्फ आर सी योगा ने आज फिर एक मार्मिक कहानी प्रस्तुत की है जिसका शीर्षक था (अंतिम विदाई) यह एक ऐसी लाचार मां की कहानी है जिसके चार बेटे हैं परंतु बीमारी से जूझ रही मां के अंतिम समय में सिर्फ उसका एक लाचार गरीब बेटे के अलावा कोई भी बेटा मां की सेवा के लिये नहीं आता है तथा तेरहवीं संस्कार में आकर सिर्फ जायदाद के बटवारा की बात करते हैं परंतु उनकी माँ ने मरने के पहले ही उन चारों बेटों का हिस्सा बांटकर अपनी तस्वीर के पास रख पत्र छोड़कर अंतिम विदाई ले लेती है जिसे देखकर सभी बेटे माँ के फैसले के आगे निरुत्तर हो जाते है!! आपको बतादें की ऐसी प्रतिभाओं को रेडियो स्टेशन तक ले जाने वाले वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार श्री संतोष पटेरिया एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिला अध्यक्ष मनासकिनकर एवं श्री रामप्रताप शुक्ला द्वारा कवियों कहानीकरो एवं अन्य कलाकारों को समय-समय पर आकाशवाणी में प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होता रहता है।