सनत बुधौलिया की रिपोर्ट
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने दीप प्रज्वलित कर परमार्थ समाज सेवी संस्थान द्वारा डब्ल्यूएचएच के सहयोग से रामपुरा ब्लाक में संचालित महिलाओं के लिए पानी परियोजना के तहत ब्लाक सभागार रामपुरा में एक कार्यशाला का सुभारम्भ किया।
कार्यशाल को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अब हमें घर के बजट के साथ-साथ पानी के बजट को बनाने की आवश्यकता है। जिस तरह से भूगर्भीय जल लगातार गिर रहा है वह हम सबके लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि भूगर्भीय जल का सबसे अधिक दोहन खेती में होता है। इसे बचाने के लिए हम सबको जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा। जिसके लिए गाय का गोबर सबसे अधिक आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने ब्लाक रामपुरा क्षेत्र के आए प्रधानों को संकल्प दिलाया कि मेरी गौशाला मेरी जिम्मेदारी को अपनाना होगा, गौशालाओं में संरक्षित गौवंशो को निस्वार्थ, दृढ़ संकल्प होकर सेवा करें, गाय को केन्द्र में रखकर ही ग्राम विकास की कल्पना को साकार किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि पचनद के विकास को लेकर परियोजना प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी की इच्छा के अनुरूप पचनद में सर्किट हाउस, घाट आदि के विकास का इस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए रूफवे के निर्माण को टेक्नीकल फिजिविलिटी कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि उप जिलाधिकारी माधौगढ़ ने पोषण वाटिकाओं को बढ़ावा देने के लिए 21 पंचायतों में भूमि का चयन कर लिया गया है, जिन्हें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत चर्चा की।
रामपुरा ब्लाक प्रमुख अजीत ने कहा कि संस्था द्वारा महिलाओं के लिए पानी परियोजना के तहत चयनित किया गया है जिसके तहत पंचायत प्रतिनिधियों और संस्था मिलकर एक माडल ब्लाक बनाने की कोशिश करेगी। जिसके तहत स्वच्छता, पेयजल को महिलाओं के सहयोग से प्राथमिकता दी जायेगी।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी माधौगढ़ शशि भूषण परमार्थ समाज संवी संस्थान के प्रमुख डा संजय सिंह, खंड विकास अधिकारी गणेश वर्मा, जल सहेली पूजा, माया, किरन तथा नाथूराम बौद्ध व ग्राम प्रधान सुंदरपुरा ने भी अपनी बात को रखा। रामपुरा विकास खंड की ग्राम पंचायतों से ग्राम प्रधान, जल सहेली एवं संबंधित विभागों के कर्मचारी उपस्थित रहे।