राजेश द्विवेदी
सुशासन की बात करने वाली भाजपा सरकार में इस तरह पुलिस निरंकुश होकर आम जनमानस को परेशान कर रही है की खाकी से बचने के लिए मौत को लोग गले लगाना बेहतर समझ रहे हैं। जी हां जनपद में कुछ ऐसा ही देखने को मिला है। जहां एक दरोगा की महिला बैंककर्मी को धमकी से आजिज आकर भयभीत महिला बैंककर्मी ने जहरीला पदार्थ खा लिया l रायबरेली में आईसीआईसीआई बैंक की महिला कर्मचारी रुचि सिंह को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक डा संतोष सिंह ने बताया की उसने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है। इसके बाद उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया l महिला बैंककर्मी की मां शोभा सिंह का आरोप है कि होली के त्यौहार के आसपास उसकी स्कूटी किसी ई रिक्शा से टकरा गई थी । जिसके बाद आए दिन पुलिसकर्मी उसे परेशान कर रहे थे l मां शोभा सिंह का आरोप है कि शहर कोतवाली में तैनात दरोगा अनिल तोमर सम्मन लेकर घर पहुंचे। लेकिन घर पर रुचि सिंह नहीं थी मां को सम्मन दरोगा के द्वारा नहीं दिया गया और रुचि सिंह को फोन पर जेल भेजने की धमकी दी गई। जिसके बाद भयभीत महिला बैंककर्मी रुचि सिंह ने जहरीला पदार्थ खा लिया l।समय पर अस्पताल पहुंचने पर रुचि सिंह की जान बच गई। लेकिन यह खबर मिलते ही प्रशासन के हाथ पैर फूल गए और शहर कोतवाल अस्पताल पहुंचे l सूत्र बताते है की दरोगा और बैक कर्मी महिला एक ही मोहल्ले के रहने वाले भी है दरोगा जी भी उसी मोहल्ले में किराए के मकान में रहते है।वही महिला बैंक कर्मी की हालत नाजुक देखकर उसे एम्स रायबरेली भेज दिया गया है।