संजय दुबे
संजय दुबे
हर मेहनतकश विद्यार्थी जीवन में प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से चयनित होकर अपनी प्रतिभा का परिचय देने के लिए देश और राज्य की प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित होता है।अगर संख्याबल पर जाए तो हर प्रतियोगी परीक्षा में जिसमे 50,- 100पद होते है उसमे आसानी से आधे लाख से अधिक अभ्यर्थी बैठते है। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में बामुश्किल 800 से 1000 पोस्ट के लिए दस लाख अभ्यर्थी अपने सपने को सच करने बैठते है।
असली प्रतिस्पर्धा तो मुश्किल से दो प्रतिशत अभ्यर्थी के बीच ही होती है,।इनका जुनून देखना है तो रायपुर शहर के नालंदा परिसर में रात को चले जाइए। इनके सपने इस बात पर टूट जाए कि उनकी सरस्वती पर लक्ष्मी भारी पड़ गई तो सोचिए ईमानदार,मेहनतकश अभ्यर्थी पर क्या गुजरती होगी। उसके अरमान पर अपने स्वार्थ की रोटी सेंकने वाले छत्तीसगढ़ पीएससी के चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को लाखो करोड़ो रुपए भले लगते रहे हो लेकिन एक संभावना का अंत होना अस्वस्थ समाज की बुनियाद खड़ा करता है। दिन रात मेहनत करने वाले की मेहनत पर नेता,व्यवसायी, सरकारी अधिकारी के नकारा, नालायक बच्चे, धन के बल पर सरकारी पदों की चोरी करते हो तो आक्रोश का पनपना स्वाभाविक ही है। दरअसल टामन सिंह सोनवानी के पास जमीर था ही नहीं,वे उपकृत व्यक्ति थे सो उन्हे नमक हलाली ही करना था, उन्होंने देश के लाखो करोड़ो बच्चो के सपनो का सौदा किया है। ऐसे लोग सरकारी पद में आकर समाज सेवा करेंगे ये सोचना बेमानी होगा।
छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री विष्णु देव साय को दिल से आभार है।आज उन्होंने ट्वीट के माध्यम से भावुक बाते लिखी है।उन्होंने विश्वास दिलाया है कि सरस्वती पर लक्ष्मी कभी भी हावी नहीं होगी ।उन्होंने देश के बेरोजगारों खास कर संसाधनों के अभाव के बावजूद संघर्ष करने वालो के मन में ये बात भी पहुचाई है कि जो भी टोमन सिंह सोनवानी प्रतिभा के ऊपर पैसे की सौदागरी करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी। विष्णु देव साय ने सीबीआई को पीएससी घोटाले की जांच के लिए पहली सीढ़ी के रूप में इओडबल्यू के यहां एफ आई आर दर्ज करा दिया है।आगे सीबीआई का आगमन होते ही टोमन सिंह सोनवानी एंड कंपनी के हाथो में हथकड़ी होना चाहिए यह मांग हजारों प्रतभाओ की है।