उरई। विकास भवन के रानी लक्ष्मीबाई सभागार में कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक की गई, जिसमें जिला अधिकारी डॉ राजेश कुमार पांडेय द्वारा विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सीएम डैशबोर्ड में जनपद शीर्ष स्थान होने पर समस्त अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि जनपद को शीर्ष स्थान पर काबिज रखने के लिए इसी प्रकार अपने कार्यों का निर्वहन करें, और केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकरी योजनाओं को पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को लाभान्वित करें। उन्होंने भू राजस्व, परिवहन, स्टांप, वन, आबकारी, खनिज, नगर निकाय, वाणिज्य कर, मंडी, विद्युत सहित अन्य विभागों के अधिकारियों से उनके निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप राजस्व वसूली की स्थिति की समीक्षा की।विभिन्न विभागों से प्राप्त होने वाले राजस्व की शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से वाणिज्य कर, विधुत और आबकारी विभाग के अधिकारियों को राजस्व वसूली के प्रगति लक्ष्य के सापेक्ष कम होने पर, प्रगति लाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने स्टांप क्रापवंचन में प्रभावी कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने खनन और परिवहन विभाग को निर्देशित किया कि वे सक्रिय रहते हुए प्रवर्तन कार्यों में तेजी लाएं। अवैध परिवहन, बिना रॉयल्टी के चलने वाले वाहन, बिना नंबर प्लेट के वाहन और ओवरलोड वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रवर्तन संबंधी कार्यवाही की योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए और धर-पकड़ अभियान चलाकर लोकेशन माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही कर जेल भेजा जाए।जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों और तहसीलदारों को 5 वर्ष और 3 वर्ष पुराने राजस्व वादों व अन्य वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सरकारी भूमि, तालाब, चारागाह, सरकारी संपत्तियों पर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कड़ा अभियान चलाने का निर्देश दिए। अवैध अतिक्रमण की शिकायत प्राप्त होते ही तत्काल कार्रवाई की जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि जनपद के विकास कार्यों को गति देने और शासन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी विभाग अपने कार्यों में पारदर्शिता के साथ करे।
