कस्टम हायरिंग सेंटर्स ने  किसानों के लिए खोले नए दरवाजे

राज्य

शिव शर्मा छत्तीसगढ़ ब्यूरो चीफ 

 

मोहला :—एच. डी. एफ. सी. बैंक द्वारा वित्त पोषित “समग्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम, परिवर्तन के अंतर्गत, मोहला जिले में किसानों के लिए कस्टम हायरिंग सेंटर्स की स्थापना की गई है, जिससे सीमित आय वाले किसान, जो महंगे और उन्नत कृषि उपकरण खरीदने में असमर्थ हैं, अब इन्हें किफायती किराए पर प्राप्त कर सकते हैं।

ये केंद्र आधुनिक और महंगे कृषि उपकरणों को एक ही स्थान पर किफायती दरों पर उपलब्ध कराते हैं, जिससे किसान अपनी आवश्यकताओं के अनुसार खेती से जुड़े कार्य समय पर और बेहतर तरीके से कर सकते हैं।इनसे होंगे किसानों को ये लाभ• स्थानीय स्तर पर कृषि उपकरणों की उपलब्धता।
• कृषि कार्यों का समय पर और सुचारू निष्पादन।
• मशीनरी बैंक की पेशेवर स्थापना के माध्यम से आत्मनिर्भरता• श्रमसाध्य कार्यों में कमी।
अब तक कस्टम हायरिंग सेंटर्स के माध्यम से 100 से अधिक किसानों को सेवाएं प्रदान की जा चुकी हैं और ₹80,000 की आय अर्जित की गई है। “परिवर्तन” परियोजना के तहत स्थापित ये केंद्र एचडीएफसी बैंक के वित्तीय सहयोग और कार्ड संगठन के क्रियान्वयन से संचालित किए जा रहे हैं।
उपलब्ध उपकरणों की सूची:
रीपर, वीडर, वाटर पंप, सीडर, स्प्रेयर और कल्टीवेटर जैसे उन्नत उपकरण यहां उपलब्ध हैं, जो खेती के हर चरण को आसान और कुशल बनाते हैं।
परियोजना प्रबंधक श्री दिनेश सिंह ने बताया कि “समग्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम, परिवर्तन” मोहला ब्लाक के 15 गाँव में संचालित है. यह परियोजना “सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट, कार्ड” द्वारा संचालित व HDFC बैंक द्वारा वित्त पोषित है.
इसका प्रारंभ नवम्बर 2023 को किया गया था. इसके अंतर्गत अभी तक सभी 15 गाँव में सोलर स्ट्रीट लाइट, प्रत्येक गाँव में 11-11 वेर्मी बेड, 30 एकड़ में सब्जी, दाल इत्यादि, किसानों का प्रशिक्षण, ग्राम विकास समिति का प्रक्षिक्षण इत्यादि कार्य किये गए हैं. इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य मिलेट्स को बढ़ावा देना है व FPO का गठन करना है. इस वर्ष, मुख्य रूप से 225 एकड़ में मिलेट्स का उत्पादन, वेर्मी कम्पोस्ट यूनिट का विस्तार, दालों व सब्जियों का प्रदर्शन, मिलेट्स आधारित आजीविका के साधन इत्यादि पर कार्य किया गया है.

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