मनु भाकर, हरमनप्रीत होंगे खेल रत्न!

खेल

 

संजय दुबे

अगस्त का महीना खिलाड़ियों के लिए विशेष महीना होता है।इस महीने भारत ही नहीं विश्व में सर्वश्रेष्ठ हॉकी के खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन पड़ता है। मेजर ध्यानचंद का जन्म 29अगस्त 1905को झांसी में हुआ था।।भारत में सरकार चलाने वाली किसी भी पार्टी ने ध्यानचंद को भारत रत्न के लायक नही समझा। राजनीति की दुकान चलाने वालो ने एक प्रचलित पुरस्कार का नाम बदल कर उनके नाम कर दिया। किसी खिलाड़ी को प्रतिष्ठित करने का ये तरीका ठीक नही है1991 से 2021तक खेल के क्षेत्र में अविस्मरणीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सर्व श्रेष्ठ पुरस्कार के रूप में खेल रत्न पुरस्कार दिया गया उनमें राजीव गांधी का नाम लिखा है। 2021से ध्यानचंद का नाम अंकित हो रहा है।
29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन जन्मे मेजर ध्यानचंद ने 1928,1932और 1936 ओलंपिक खेलों में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था। ये उपलब्धि सचिन तेंदुलकर के 200टेस्ट और100शतक की उपलब्धि से कही भारी है लेकिन ध्यानचंद के मित्र किसी सत्ताधारी दaल के सदस्य नहीं है या उनके नजरो में हॉकी के तीन गोल्ड मेडल का महत्व समझ में नहीं आता है।
बहरहाल, हाल ही में ओलंपिक खेल खत्म हुए है। पिछले चार ओलंपिक खेलो के बाद पदक विजेताओं सहित बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार देने का बेहतर कार्य शुरू हुआ है।1996 लिएंडर पेस,2001में अभिनव बिंद्रा, 2004में राज्यवर्धन सिंह राठौर,2008 के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार, मेरी कॉम और विजेंदर कुमार को 2009में खेल रत्न दिया गया। 2012में विजय कुमार, योगेश्वर दत्त, 2016 में पी वी सिंधु, साक्षी मलिक और 2021में नीरज चोपड़ा , रवि दहिया, लोवलिना बोरलोहिन, पी श्रीजेश,2021मे मनप्रीत सिंह को ओलंपिक में पदक जीतने पर खेल रत्न पुरस्कार मिला है।
2024में दो खिलाड़ी खेल रत्न के लिए अपना नाम लिखा चुके है केवल औपचारिक घोषणा होना बाकी है। दोनों ही निर्विवाद रूप से इतना शानदार प्रदर्शन किए है कि इन्हें चयन समिति को झक मार कर खेल रत्न पुरस्कार देना ही पड़ेगा।

पहली खिलाड़ी है शूटर मनु भाकर, जिन्होंने आजादी के बाद हुए हर ओलंपिक खेलो के रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए एक ओलंपिक खेल में दो ब्रॉन्ज मेडल जीता। गनीमत है कि मनु 25मीटर पिस्टल स्पर्धा में चुक गई ।दूसरे खिलाडी है भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह। सरपंच के नाम से विख्यात हरमनप्रीत सिंह ने 2024के ओलंपिक खेल में भारत की तरफ से किए गए 15गोल में से 10गोल अकेले किए है।
ओलम्पिक खेलों में भारत की तरफ से पदक जीतने वाले कुछ खिलाड़ी ओलंपिक खेल से पहले ही इतना बेहतर प्रदर्शन कर खेल रत्न पुरस्कार जीत चुके थे। इनमे करणम मल्लेश्वरी(1994), सायना नेहवाल (2010), मीराबाई चानू(2018) का नाम शामिल है।
इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि सरबजोत सिंह,स्वप्निल कुसाले और अमन सेहरावत को भी बड़ी उपलब्धि के लिए खेल रत्न पुरस्कार दिया जा सकता है।

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