कुसुम नरेश की रिपोर्ट
बिलासपुर – प्राप्त जानकारी के अनुसार मस्तूरी तहसील अंतर्गत आने वाले सेवा सहकारी समिति मर्यादित मल्हार में फर्जी रकबा पंजीयन मामला में एक चौकाने वाला बात सामने आया है जहां ऑपरेटर आशीष चंद्राकर के द्वारा किसानो के रकबा बढ़ोतरी कर फर्जी रकबा पंजीयन करने का काम किया है और किसानों को बेजा लाभ दिलाया गया है आपको बता दें मल्हार समिति के प्रबंधक अजय सिंह नें फर्जी रकबा पंजीयन कर मल्हार समिति छोड़ कर वर्तमान में…..समिति में पदस्थ है,
क्या कहतें है वर्तमान समिति प्रबंधक संतुराम यादव
ज़ब हमारे मिडिया टीम के द्वारा मल्हार के तत्कालीन प्रबधक से फर्जी रकबा पंजीयन के बारे में जानना चाहा तो प्रबंधक का कहना था की इस बारे में मुझे पता नहीं ज़ब पंजीयन हो रहा था उस समय प्रबंधक अजय सिंह और आशीष चंद्राकर ऑपरेटर थे , और फर्जी रकबा पंजीयन पूर्व प्रबंधक एवं ऑपरेटर द्वारा किया होगा और अभी अजयसिंह दूसरे जगह पदस्थ है, जो रकबा दूसरे किसान के आई पर फर्जी तरीका से चढ़ाया गया है ओं गलत है इसके शासन को काफी नुक्सान हुआ है इस पर शासन को उचित जांच कर दंडात्मक कार्यवाही और FIR करनी चाहिए।
क्या कहतें है समिति ऑपरेटर
ज़ब उक्त फर्जी रकबा पंजीयन के बारे पूछा गया तो ऑपरेटर आशीष चंद्राकर का कहना था की लापरवाही हुआ और कैरी फॉरवर्ड भी मेरे द्वारा ही हुआ है लेकिन फर्जी रखबा मैं नहीं चढ़ाया कह कर गोल मोल जवाब देने लगा।
मल्हार समिति प्रबंधक अजय सिंह द्वारा जानबूझ कर फर्जी रकबा पंजीयन और भ्रष्टाचार किया गया है इस धांधली और भ्रष्टाचार पर जांच कर विरुद्ध व्यक्ति पर FIR कार्यवाही उचित है।