सन्तोष कुमार सोनी के साथ धर्मेन्द्र कुमार की रिपोर्ट–
करतल– आज दि०18.7.2024 को मुहर्रम की ग्यारहवीं के दिन कस्बा करतल में इस्लाम धर्म के अनुयायियों द्वारा परम्परागत मनाये जाने वाले मुहर्रम के त्यौहार के मौके पर अकीदतमंदो द्वारा स्थानीय चौकी पुलिस की सुरक्षा के बीच अकीदतमंद ताजियादारो ने बड़े ही धूमधाम के साथ चार ताजियों के साथ समूचे कस्बे में डी जे में बज रही मातमी धुनों के साथ सैकड़ों महिला पुरुषों की मौजूदगी में जुलूस निकाला जिसमे अपने पैगम्बर मुहम्मद साहब की याद में ढाल एवं तलवारों का प्रदर्शन कर सभी दर्शनार्थियों का मन मोह लिया इस कार्यक्रम को मनाने के सम्बंध में बुजुर्ग बताते हैं की आज से चौदह सौ साल पहले हक और बातिल की लड़ाई में जीत हुसैन की हुयी थी!दीन ए मुहम्मदी तथा मजहब ए इस्लाम को जिन्दा रखने के खातिर मोहर्रम की दसवीं को करबला में अपने बहत्तर साथियों सहित हजरत इमाम हुसैन आली मकाम ने अपने खानदान वालों के साथ लड़ते लड़ते शहादत के जाम को पी लिया था लेकिन यजीद के हाथ में हाथ नहीं दिया था अत:हजरत इमाम आली मकाम की शहादत को याद कर दुनियाँ भर के मुसलमान इस त्यौहार को बड़े ही श्रद्धा पूर्वक मनाते हैं! इस जुलूस में सैकड़ों महिलाओं एवं पुरुषों द्वारा लगाये जा रहे याअली या हुसैन के गगनचुम्बी नारों से समूचा वातावरण गुन्जायमान रहा !इस जुलूस के दौरान हिन्दू मुस्लिम की एक जुटता देख आपसी प्रेम एवं सौहार्द की झलक साफ नजर आयी! अकीदतमंदो द्वारा जगह जगह पर सभी को लंगर भी बांटे गये तथा सभी अकीदतमंदों ने एक साथ देश एवं प्रदेश में अमन चैन की दुआयें मांगी!इसके तदुपरान्त सभी ताजिये कस्बे से होते हुये स्थानीय बैरगला तालाब स्थित कर्बला पहुंचे जहां पर सभी अनुयायिओं ने उन्हें नम आँखों से विदाई कर सुपुर्दे खाक किया गया! इस समूचे कार्यक्रम में स्थानीय चौकी करतल पुलिस के सराहनीय सहयोग से समूचा कार्यक्रम शान्तिपूर्वक सम्पन्न हुआ!