सनत बुधौलिया की रिपोर्ट
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में इंटरनल क्वालिटी असेसमेंट सेल द्वारा तीन दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन आई.टी.एम. यूनिवर्सिटी के सहयोग से किया जा रहा है। इसके अंतर्गत “शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया की गुणवत्ता में सुधार करने की तकनीकें”, के मुख्य विषयवस्तु के साथ महाविद्यालय के शिक्षकों एवं एम.एड. के प्रशिक्षणार्थियों के लिए कार्यक्रम आयोजित हुआ । संस्था की प्राचार्य पुष्पा किस्पोट्टा के मार्गदर्शन और आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी शेफाली मिश्रा के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। प्राचार्य ने अपने संबोधन में इस कार्यक्रम से शिक्षकों को लाभ उठाकर उसका संपादन जमीनी स्तर तक करने और अपने अध्ययन और विकास पर अधिकाधिक ध्यान देने की बात कही। आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी ने कार्यक्रम के सभी सूत्रधारों का परिचय कराते हुए उनके द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख किया तथा तीन दिवसीय कार्यक्रम के घटकों से परिचित कराते हुए संवाद, अधिगम परिणामों और मेंटरिंग एवं काउंसलिंग के अंतर्गत विचार कौशल, समस्या समाधान, बहु-विधा और नवाचारी दृष्टिकोण को सार रूप में समझाया । उक्त कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार के रूप में आई.टी.एम. बिजनेस यूनिवर्सिटी मुंबई की प्रोफेसर दीप्थि राघवेन्द्र, आई.टी.एम. यूनिवर्सिटी रायपुर की महानिदेशक लक्ष्मी मूर्ति, यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गुंजन मिश्रा और यासीन शेख उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में सूत्रधार के रूप में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के जाने माने डायलॉग क्रिएटर नीदरलैंड के कन्सियस कन्सल्टिंग के सी.ई.ओ. हिड्डे वेन डर पोल ऑनलाइन जुड़े। उन्होंने एक घंटे के ऑनलाइन सत्र में विभिन्न गतिविधियों से परिचित कराया जो शिक्षकों के विकास में अहम योगदान देने वाले साबित होंगे। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी अकादमिक सदस्य एवं एम.एड. के प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।