!!सन्दीप मिश्रा की रिपोर्ट !!
रायबरेली। जी हां मुख्यमंत्री जी आपके निर्देश को शिक्षा शिक्षा विभाग ही नही है। आपके निदेशानुसार जो स्कूल बिना मान्यता के चल रहे है उन पर कार्यवाही करके जुर्माना लगाया जाए और उसे बंद करवाया जाए। जांच के बाद इन स्कूलों को बंद होना था । लेकिन इन गैर मान्यता वाले स्कूल के कर्ता धृता स्कूल बंद करवाने की बजाय सरकार का आदेश कूड़े में डाल दिया है और स्कूल प्रबंध तंत्र अपनी दबंगई से स्कूल चला रहा है। मामला रायबरेली के सरेनी के बेनी माधव गंज का राजा शत्रुशाल सिंह पब्लिक स्कूल का है। जिसकी पहली ही जांच में जो स्कूल फर्जी पाया गया। उसमे ताला लगवाने की बजाय शिक्षा विभाग की अभी तक केवल जांच कर रहा है। जबकि उसी स्कूल को बंद और बिना मन्यता के चलाने की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर सही पाई गई थी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस स्कूल को बंद करने के लिए जिलाधिकारी को भी पत्र लिखा है । लेकिन इन सबके बाद भी मामले को ठंडा किया जा रहा है। जबकि बिना मान्यता के चल रहे स्कूल कालेजों पर सख्त कार्यवाही के लिए प्रदेश सरकार लगातार शिक्षा विभाग को निर्देश दे रहा है । लेकिन पता नही किस पहुंच के दम पर आज भी यह स्कूल चल रहा है और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की माने तो स्कूल बकायदा बच्चो को प्रवेश भी दे चुका है। बेनी माधवगंज का राजा शत्रुशाल पब्लिक स्कूल की आखिरकार शिक्षा विभाग कौन सी जांच कर रहा है जिस कारण सरेनी के बेनी माधवगंज का राजा शत्रुशाल पब्लिक स्कूल पर कार्यवाही नहीं हो पा रही है। बताते चले की स्कूल को जीआईसी रायबरेली के प्राचार्य ने पहले ही अपनी जांच में बिना मान्यता के पाया है। इस स्कूल को बंद करवाने के लिए अपनी रिपोर्ट भी डीआईओएस को और डीआईओएस ने जिलाधिकारी को भेज दी है। लेकिन इस स्कूल को बंद करने की बजाय विभाग लगातार इसको जांच के बस्ते में डाल रखा है। जबकि शासनादेश है कि बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों के खिलाफ विशेष अभियान चला कर उन्हें बंद करने के साथ-साथ दंडित भी किया जाएगा । इस कार्यवाही के बाद भी यदि विद्यालय का संचालन चोरी छुपे करता पाया गया तो विद्यालय पर प्रतिदिन दस हजार रुपए के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा। सभी जिलों में यह अभियान 10 अक्टूबर तक चला था। शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए इस दिशा निर्देश के बाद लोगों को उम्मीद जगी थी की अब शिक्षा माफिया के इस मकड़जाल से अभिभावक और बच्चों के भविष्य सुरक्षित हो सकेंगा। लेकिन जनपद में शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट के बाद गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय सुचारू रूप से चल रहे हैं बताते चलें कि आई०जी०आर०एस० / 2,1433-34/2023-24 /आई०जी०आर०एस०संदर्भ संख्या-4001582302436 द्वारा दीपेन्द्र कुमार ग्राम सताव के ब्लाक निवासी ने राजा शत्रुशाल सिंह पब्लिक स्कूल सरेनी की शिकायत दर्ज कराई थी। यह शिकायत बगैर मान्यता के संचालन के सम्बन्ध में शिकायत की गयी थी। उक्त शिकायत के सम्बन्ध मे जिला विद्यालय निरीक्षक, रायबरेली ओमकार राणा द्वारा कराई गई । जांच में प्रधानाचार्य राजकीय इण्टर कालेज, रायबरेली ने अवगत कराया है कि राजा शत्रुशाल सिंह पब्लिक स्कूल बगैर मान्यता के संचालित पाया गया एवं इस विद्यालय को बेसिक शिक्षा से मान्यता प्राप्त है एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद, उoप्रo प्रयागराज से मान्यता प्राप्त नहीं है । इस सम्बन्ध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रायबरेली को पत्रांक: आई०जी०आर०एस० / 4427-28 / 2023-24 दिनांक 30 सितम्बर, 2023 द्वारा निर्देशित किया गया कि तत्काल उक्त अवैध विद्यालय को बन्द कराना सुनिश्चित करें। उपरोक्त को दृष्टिगत रखते हुये अनुरोध भी किया है की आई०जी०आर०एस०संदर्भसंख्या – 40015823024366 को निक्षेपित करने का कष्ट करें। इन सब के बाद भी आज यह विद्यालय सुचारू रूप से चल रहा है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि 10 अक्टूबर तक एक लाख का जुर्माना और उसके बाद 10 हजार रोज के हिसाब से अब तक तीन लाख से ज्यादा का विद्यालय पर केवल जुर्माना होना चाहिए था और विद्यालय भी बंद होना था लेकिन सेटिंग गेटिंग के खेल में सब जायज है।