उल्लास प्रशिक्षण एससीईआरटी में शामिल हुए सूरजपुर से दो स्त्रोत व्यक्ति

राज्य

शिव शर्मा की रिपोर्ट

 

*सूरजपुर:।   उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत स्त्रोत व्यक्तियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम एससीईआरटी रायपुर में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण (SLMA) रायपुर के पत्रानुसार सूरजपुर जिला शिक्षा अधिकारी एवं सदस्य सचिव जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण रामललित पटेल के आदेशानुसार व जिला परियोजना अधिकारी (डीपीओ) रोहित कुमार सोनी के मार्गदर्शन में स्त्रोत व्यक्ति कृष्ण कुमार ध्रुव, व्याख्याता, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोटेया, ब्लॉक प्रेमनगर व नीतू श्रीवास्तव,सहायक शिक्षक, प्राथमिक शाला असुरा, ब्लॉक ओड़गी शामिल रहे।
गौरतलब है कि साक्षरता अभियान के तहत 15 वर्ष से अधिक आयु के असाक्षरों को साक्षर करने केन्द्र सरकार ने अनेक चरणों में अभियान चलाकर देश की साक्षरता दर बढ़ाने की पहल की लेकिन देश की साक्षरता दर में वांछित बढ़ोत्तरी नहीं हो पाई जो लगभग प्रतिशत में 74. 04 देश में और छत्तीसगढ़ में 70. 3 से आगे नहीं बढ़ाई जा सकी बल्कि देश में आज भी लाखों असाक्षर हैं जिनको साक्षर करने यह कार्यक्रम चलाई जा रही ह

एसएलएमए डायरेक्टर राजेन्द्र कटारा (आईएएस) ने कहा उल्लास कार्यक्रम मोटिवेशन के तहत बढ़ाया जा रहा है। जो लक्ष्य समूह है वह कमाने खाने के जद्दोजहद में है और स्वयंसेवी शिक्षक भी अपने कैरियर की चिंता में है तो दोनों को ही मोटिवेशन में कैसे लाएंगे इसके लिए हमें खुद मिशाल पेश करने स्वयंसेवी शिक्षक बनकर शुरूवात करना होगा। समाज के हर व्यक्ति वालेंटियर हो सकता  उन्होंने मोतीबेशन  के तथ्य पर जोर दिया और कहा मोटिवेशन के साथ साथ शिक्षार्थियों को समझाएं की उनको शिक्षित होने की क्यों जरूरत है।

उल्लास के प्रशिक्षण में जे. पी. रथ एडिशनल डायरेक्टर ने स्त्रोत व्यक्तियों को संबोधित करते हुए कहा असाक्षरों को साक्षर करना थोड़ा चुनौती भरा है पर मुश्किल नहीं है क्योंकि उनके पास समय का अभाव रहता है ।
एसएलएमए सहायक संचालक प्रशांत कुमार पाण्डेय ने उल्लास (अंडरस्टैंडिंग ऑफ लाइफलॉन्ग लर्निंग फ़ॉर ऑल इन सोसायटी) पर चर्चा करते हुए लोगों के लिए साक्षरता क्यों जरूरी है पर कहा सशक्तिकरण के लिए, आगे बढ़ने के लिए, प्रौद्योगिकी तक पहुंचने के लिए, उचित निर्णय लेने के लिए साक्षरता को महत्वपूर्ण माना है। आगे साक्षरता कभी भी कहीं भी पर जोर दिया गया व वातावरण निर्माण पर चर्चा किया गया। एसएलएमए डेकेश्वर वर्मा ने समस्त जिलों में पाठ बांटकर उस पर पढ़ाते हुए विडियो बनाने कहा।

 

उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की सफलता हेतु अनेक नवाचारी गतिविधियों के माध्यम से जिले के स्त्रोत व्यक्तियों को प्रशिक्षित किये। इस दौरान राज्य स्त्रोत व्यक्तियों में महासमुंद डीपीओ रेखराज शर्मा, रायपुर डीपीओ कामिनी बावनकर, असिस्टेंट प्रोफेसर प्रीति देशपांडे, बीएड कॉलेज से धारा बेन, असिस्टेंट प्रोफेसर धारा यादव, डॉ. मनीषा वत्स, दुर्गा सिन्हा, एससीईआरटी प्रीति सिंह, उपासना झा व चंचल देवांगन के द्वारा उल्लास के वातावरण निर्माण सहित इसके सफल क्रियान्वयन के लिए जरूरी जानकारी प्रदान किये। उल्लास के पीपीटी को दीक्षा एप्प में देखने से लेकर शिक्षार्थियों को प्रेरित करने तक कि जानकारी दी। उल्लास उद्देश्य समझाते हुए आगामी समय में असाक्षरों को उल्लास केंद्र तक लाने की रणनीति बनाई गई।

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