आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट–
बांदा- इस युग में यदि इंसान के दिलो दिमाग पर परिवार के प्रति हमदर्दी की जगह दौलत की हवस एवं ईर्ष्याभाव का भूत सवार हो तो फिर क्या बेटा और क्या बहू घर की इज्जत भले ही तार तार हो जाये पर उसका तो सिर्फ दौलत ही से वास्ता रहता है! कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जनपद महोबा के मुहल्ला भीतर कोट से यहाँ की रहवासी आरती पत्नी स्व०ब्रजेश ने पुलिस अधीक्षक महोबा को रो रोकर अपना दु:खड़ा सुनाते हुये लिखित प्रार्थना पत्र देकर बताया की मेरे पति ब्रजेश की मृत्यु विगत माह दि०24.04.2024 को हो गयी थी जिसमें मेरे मायके पक्ष वालों को अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोकने के साथ साथ मेरे जीने का सहारा ना होने के कारण मेरे पति द्वारा स्वयं अपने पैसे से मुहल्ला कल्यान नगर महोबा में खरीदे गये 20×40 के प्लाट पर बने रिहायशी मकान पर मिन्टू पुत्र नारायणदास एवं क्रांति पुत्री नारायणदास ने मेरे मकान का ताला तोड़कर मेरे पति का एटीएम कार्ड, पर्स में पड़े 10,000/- रुपये एवं अन्य जरुरी कागजात हासिल करते हुये दो मोबाइल फोन सहित एक मोटरसाइकिल तथा सारा गृहस्थी का सारा सामान अपने कब्जे में लेकर अपना ताला लगा दिया और इतना ही नहीं मेरे जेठ उमेश चन्द्र के कहने पर मेरी नंद रेखा देवी, क्रांति तथा सास तीजा देवी ने मेरे गहनों में मेरा 3 तोला का सोने का हार,चांदी की पायल आदि जबरदस्ती धमकी देते हुये छीन लिया तथा मेरे पति के एटीएम कार्ड से 32500/-₹ भी निकालते हुये मुझे धक्के देकर घर निकाल दिया मेरे विरोध करने पर अब आये दिन किसी भी प्रकार की कोई भी शिकायत करने पर इनके द्वारा मुझे जान से मारने की धमकी दी जाती है तथा आने जाने पर मेरा पीछा भी किया जाता है मुझे इनसे हर समय जान का खतरा बना रहता है अत:न्यायहित में मेरे साथ हुये अन्यायपूर्ण कार्य का संज्ञान लेते हुये पुलिस अधीक्षक महोबा से न्यायोचित कार्यवाही की मांग की है!