संजय दुबे
अगले लोकसभा चुनाव(2029)में कुल लोकसभा सीट की 33फीसदी सीट महिलाओ के लिए सुरक्षित हो जायेगी।ये बात संवैधानिक रूप से निर्धारित कर दी गई है। यदि वर्तमान लोकसभा क्षमता 542 ही अगले चुनाव में निर्धारित रहती है तो 178सीट महिलाओ के लिए सुरक्षित हो जायेगी।ये भी संभावना है कि जिस हिसाब से नया लोकसभा भवन बना है उसमे कुल क्षमता888 है। इससे इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि लोकसभा क्षेत्र का परिसीमन भी हो क्योंकि संविधान के अनुसार 1952के लोकसभा के सीटों का निर्धारण करते समय आबादी न्यूनतम दस लाख निर्धारित की गई थी। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर लोकसभा सीट के 2019के चुनाव में 21.11लाख मतदाता थे। इस हिसाब से रायपुर ही दो लोकसभा सीट में विस्तारित हो जायेगा। दूसरी तरफ से कान पकड़े तो 2029में 720लोकसभा सीट के लिए चुनाव होगा, ये माना जा सकता है।
आधी आबादी तो पचास फीसदी सीट की मांग जनसंख्या के आधार पर कर रही है लेकिन पिछले 16लोकसभा चुनावों में महिला सांसदों की संख्या देखे तो 1952के22की तुलना में लगभग तीन गुना संख्या 61 हो गई है।
1952के पहले लोक सभा चुनाव में 22 महिलाए देश भर की 489सीट में से जीत कर लोकसभा में पहुंची थी। पार्टीवार संख्या देखे तो स्वतंत्रता दिलाने में अग्रणी पार्टी कांग्रेस की अठारह महिला उम्मीदवार जीते। स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में दो और एक एक उम्मीदवार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और हिंदू महासभा से विजयी हुए।
कांग्रेस की
1.अमृत कोर(मंडी,जहां से कंगना रनौत वर्तमान में चुनाव लड़ रही है) हिमाचल प्रदेश
2.श्रीमती अनुसुइया बोरकर(भंडारा) मध्य प्रदेश 3.,श्रीमती गंगा देवी(लखनऊ) उत्तर प्रदेश
4.श्रीमती मारागत्तम (त्रिवेल्लुर)
5.श्रीमती पुष्पा देवी(कवल) पंजाब
6.श्रीमती सुचेता कृपलानी(नई दिल्ली)
7. मिनिमाता(बिलासपुर – दुर्ग – रायपुर)मध्य प्रदेश 8. श्रीमती वज्रदेवी नेहरू(लखनऊ सेंट्रल) उत्तर प्रदेश
9.श्रीमती उमा नेहरू( सीतापुर) उत्तर प्रदेश 10. श्रीमती अनुसुइया काले नागपुर(मध्य प्रदेश)
11. श्रीमती बी कंगमंत (स्वायत्त आसाम)
12. श्रीमती इंदिरा मयदेवपूना दक्षिण(बंबई)
13. श्रीमती जयश्री राजी (बंबई दक्षिण)बंबई
14. श्रीमती मणीबेन वल्लभ भाई पटेल कैरा (दक्षिण बंबई)
15.श्रीमती पुष्प सेन, भागलपुर (बिहार)
16. श्रीमती अमु स्वामीनाथन डिंडीगुल(मद्रास)
17.श्रीमती तारकेश्वरी सिन्हा पटना,पूर्व(बिहार)
18. श्रीमती विजय लक्ष्मी पंडित
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
1.श्रीमती रेणु चक्रवर्ती बशीर हाट( पश्चिम बंगाल)
हिंदू महासभा
1श्रीमती शकुंतला नायर गोंडा (उत्तर प्रदेश)
स्वतंत्र
1 श्रीमती एरी मस्केयर त्रिवेंद्रम(त्रिवेंद्रम – कोचीन)
2श्रीमती राजमाता केमलेंदुमति गढ़वाल (हिमाचल प्रदेश )
इनमे से अमृत कौर को पंडित जवाहरलाल नेहरू के पहले मंत्रिमंडल में केबिनेट मंत्री के रूप में स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था। अमृत कौर के स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद देश में पहले आईएएस बैच के लिए आयोजित इंटरव्यू में एक प्रश्न पूछा गया था कि देश के सूचना प्रसारण मंत्री को दाढ़ी बनाने में आठ मिनट लगते है तो स्वास्थ्य मंत्री को दाढ़ी बनाने में कितना समय लगेगा?
छत्तीसगढ़ के लोग गर्व कर सकते है कि उनके वर्तमान राज्य के अतीत में पहली लोकसभा में मिनिमता लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुई थी।