बिष्णु चंसोलियां की रिपोर्ट
उरई, जालौन । महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (एनएमएम) के चरणवद्ध चल रहे प्रशिक्षण में एएनएम को टीकाकरण की नई विधियों के बारे में बताया गया। साथ ही उन्हें पोर्टल पर सूचना समय से दर्ज करने का तरीका बताया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित छात्रावास में आयोजित प्रशिक्षण में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. डीके भिटौरिया ने कहा कि क्षेत्र में किसी भी तरह की बीमारी फैलने पर तत्काल सूचना अपने ब्लॉक और मुख्यालय को दें। टीकाकरण की नई विधियों के बारे में अपडेट रहे। टीकाकरण वैक्सीन का दुरुपयोग भी रोके। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसडी चौधरी ने कहा कि ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी) से संबंधित सभी सामग्री अपने साथ लेकर जाए एवं लाभार्थी की सभी जांचे और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें। एसीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि टीका लगाने से पहले वैक्सीन और टीके के बारे में लाभार्थी को जरूर बताए। साथ ही अगला टीका कब लगेगा, इसकी भी जानकारी लाभार्थी को दें। मातृ शिशु सुरक्षा कार्ड (एमसीपी) को सुरक्षित रखे और एमसीपी कार्ड पढने के लिए लाभार्थी को जरूर बताए और उसे हमेशा टीकाकरण के दौरान कार्ड को साथ में लाने के लले कहे। डब्लूचओ की एमएसओ डॉ. अन्विता मिश्रा ने टीकाकरण के बाद होने वाले प्रतिकूल प्रभाव जैसे बुखार, सूजन आदि होने के संबंध में लाभार्थी को बताए। अपर शोध अधिकारी आरपी विश्वकर्मा ने बताया कि टीकाकरण के बाद तत्काल लाभार्थी का डाटा पोर्टल पर अपडेट करें। साथ ही सर्वे के काम में लापरवाही न बरते। चिकित्साधिकारी डॉ. सहन बिहारी गुप्ता ने पोषण व प्रसव संबंधी जटिलाओं के बारे में बताया। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद सिंह ने टीकाकरण एवं स्वच्छता के महत्व की जानकारी दी। इस दौरान यूनीसेफ के प्रतिनिधि अमर सिंह, चाई के प्रतिनिधि दीपक दुबे, कोल्ड चैन मैनेजर रवींद्र वर्मा, यूएनडीपी के अजय महतेले, वरिष्ठ स्वास्थ्य पर्यवेक्षक जयनारायण सेन, हरिओम, विनेश ने भी प्रशिक्षण दिया। हर मैच में 20 एएनएम को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें प्रमाणपत्र भी दिया गया।