सनत कुमार बुधौलिया
रायपुर । शासकीय शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर में IQAC के अंतर्गत विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं समावेशी शिक्षा प्रकोष्ठ द्वारा महाविद्यालय के एम.एड. के प्रशिक्षणार्थियों के लिए दो दिवसीय, ब्रेल लिपि तथा सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य दृष्टि व श्रवण बाधित बच्चों हेतु अन्य सामान्य बच्चों के साथ कक्षा कक्ष वातावरण में समान रूप से शिक्षा प्रदान करने हेतु प्रशिक्षणार्थियों को सुदृढ़ ज्ञान प्रदान करना था।
प्रशिक्षण का प्रारम्भ माँ सरस्वती की वंदना व उनके मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. स्वीटी चंद्राकर द्वारा अतिथि प्रशिक्षकों व उनके द्वारा समावेशी शिक्षा हेतु किए गए कार्यों व अनुभवों से सभी का परिचय कराया। ब्रेल लिपि प्रशिक्षण में समग्र शिक्षा, राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर से करण सिंह सिसोदिया तथा आकांक्षा संस्था, रायपुर से घनश्याम यादव तथा सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षक श्यामा तिवारी एवं दुर्गा साहू उपस्थित थे। संस्था के प्राचार्य आलोक शर्मा के द्वारा समावेशी शिक्षा में वर्तमान चुनौतियों के बारे में बातें कही व पूरे निष्ठा व लगन के साथ सीखने हेतु प्रोत्साहित किया। ब्रेल लिपि प्रशिक्षण अंतर्गत विद्यार्थियों की अन्य 4 इन्द्रियों को मजबूत करना, ब्रेल रणनीतियों व उसके चरणों की जानकारी, तकनीकों का ज्ञान, अँग्रेजी, हिन्दी व अंकीय ब्रेल पद्धति के लेखन व पठन के तरीकों, अबेकस और टेलर फ्रेम के उपयोग को बड़ी बारीकी से समझाया गया। सांकेतिक भाषा अंतर्गत श्रवण बाधित दिव्यांग बच्चों के पहचान तथा उनके चिकित्सकीय निदान, आकलन शिविर, उपकरण प्रशिक्षण, भाषा विकार के बारे में जानकारी दी गई। सांकेतिक भाषा में फलों, फ़ूलों, सब्जियों, जानवरों के नाम व राज्यगीत तथा राष्ट्रगान सिखाया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्राचार्य व प्रकोष्ठ प्रभारी द्वारा प्रशिक्षणार्थियों से उनके अनुभवों को भी जाना। कार्यक्रम में महाविद्यालय से भावना चौहान, आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी शेफाली मिश्रा, डॉ. अर्चना वर्मा, डॉ. डी.के. बोदले, डॉ. एम.विजयलक्ष्मी, कल्पना देशमुख, मंजूषा तिवारी, धारा बेन, भावना बैरागी, श्वेता सिंह, रुक्मणी सोनी उपस्थित रहे।