संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
अतर्रा (बांदा)। समुदाय, शिक्षकों एवं बच्चों के साथ मिलकर विद्यालयों को आनंदघर बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे रचनाधर्मी स्वप्रेरित शिक्षक-शिक्षिकाओं के मैत्री समूह शैक्षिक संवाद मंच ने गत दिवस अपनी तकनीकी टीम का गठन किया है। शैक्षिक संवाद मंच के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय ने तकनीकी टीम घोषित करते हुए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग विद्यालयों को आनन्दघर के रूप में बदलाव हेतु करने पर बल दिया।
उक्त जानकारी देते हुए दुर्गेश्वर राय ने बताया कि गत दिवस शैक्षिक संवाद मंच की कार्यकारिणी ने परस्पर विचार-विमर्श करके एक तकनीकी टीम गठित की है जो शैक्षिक संवाद मंच को तकनीकी सहयोग करेगी। सोशल मीडिया के विविध प्लेटफार्म यथा फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, ट्विटर, टेलीग्राम पर कार्य करने साथ ही बैठकों एवं कार्यक्रम का लाईव प्रसारण करने और वीडियो तैयार करने तथा शैक्षिक फिल्में बनाने का काम करेगी। मंच से जुड़े शिक्षक-शिक्षिकाओं को तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। मंच संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय ने पांच सदस्यीय तकनीकी टीम के सदस्यों के नाम घोषित किये जिसमें प्रीति भारती (उन्नाव), विनीत कुमार मिश्रा (कानपुर देहात), राहुल मौर्य (प्रतापगढ़), आलोक श्रीवास्तव (चित्रकूट) तथा दुर्गेश्वर राय (गोरखपुर) को शामिल किया गया है। शैक्षिक संवाद मंच के संस्थापक सदस्यों रामकिशोर पांडेय, चंद्रशेखर सेन, इंसाफ अली तथा बलरामदत्त गुप्त ने चयनित सदस्यों को बधाई दी।