सन्तोष कुमार सोनी के साथ धर्मेन्द्र कुमार की रिपोर्ट–
करतल– आज मकर संक्रांति के पावन पर्व पर उ०प्र०एवं म०प्र०की सीमा पर स्थित बांदा जनपद के नरैनी ब्लॉक की ग्राम पंचायत रेहुंची के पास रंज नदी तट पर भगवान् नीलकंठ स्वामी का भागेश्वर बाबा का स्थान क्षेत्रीय लोगो के साथ साथ दूर दराज के हजारों लोगों आस्था का केंद्र आज सैकड़ों वर्षों से माना जा रहा है जिसमें इस मंदिर में विराजमान भगवान् शंकर के दर्शन करने के लिए हजारों श्रद्धालु आकर प्रसाद के रुप में खिचड़ी चढ़ाकर श्रद्धा पूर्वक दर्शन कर मन्नते मांगते हैं! इस स्थान में हजारों महिला पुरुषों की भीड़ के रूप में उपस्थित दर्शनार्थियों द्वारा म०प्र०के धरमपुर थाना पुलिस की सुरक्षा के बीच मेले का आयोजन होता है इस स्थान के विषय में यहाँ के बुजुर्गों का कथन है की भगवान् शंकर ने भष्मासुर नाम के राक्षस की तपस्या से प्रसन्न होकर जब भष्मासुर राक्षस को किसी के भी सिर पर हाथ रखने पर उसके भष्म होने का वरदान दिया और भष्मासुर माता पार्वती को ही पाने की इच्छा से स्वयं भगवान् शंकर को ही भष्म करने हेतु पीछा करना चालू किया तो उन्होंने भागते भागते इसी स्थान पर भारी चट्टानों के नीचे छिपकर अपनी सुरक्षा की थी जिससे इस स्थान का नाम भागेश्वर बाबा रखा गया है बस उसी किवदंती के चलते यहाँ पर मकर संक्रान्ति को बहुत बड़े मेले का आयोजन हर वर्ष होता है जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु आकर अपनी मुराद पूरी करने की मन्नत मांगते हैं!!