सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट बांदा
बबेरू ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरहानी में संचालित अस्थाई गौशाला में गोवंश भूख से तड़प रहा है। लगभग सुबह 10:45 बजे गौ रक्षा समिति के जिला सहसंयोजक संतोष कुमार त्रिपाठी अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे और देखा कि गोवंशों की हालत देखकर ऐसा लगता है कि गोवंशों को संपूर्ण रूप से भोजन नहीं दिया जा रहा सिर्फ आंशिक रूप से भोजन दिया जा रहा है। यहां कहने के लिए तो भूसा स्टोर है लेकिन आपको चरहिं देखकर लगता होगा कि गोवंसो कितना भूसा डाला जा रहा है गोवंश खाली चरहि चाट रही है
गौशाला के कुछ भी दूरी पर तीन गोवन मृत मिले जिनको कुत्ते व अन्य पक्षी अपना भोजन बना रहे हैं लगातार गौ रक्षा समिति के द्वारा अपील की जा रही है कि गोवंश का अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक करवाया जाए लेकिन कोई करने को तैयार नहीं है कोई गोवंश गौशाला में मरता है तो उसको उठाकर बाहर फेंकवा दिया जाता है जिससे गौ माता का अपमानित तरीके से व्यवहार किया जा रहा है ऐसे लोगों को उचित कार्रवाई हो जैसे दोबारा कोई ऐसा व्यवहार ना करें । बबेरू ब्लॉक कि अधिकतर गौशाला में हालात बहुत चिंताजनक है इस पर क्षेत्रीय जिम्मेदार का अधिकारी कभी गौशाला में झांकने नहीं जाते और ना ही कोई किसी प्रकार की कार्रवाई करते।
मृत गोवंश के ऊपर पॉलिथीन डके हुए थे जिससे दिखे नहीं, आखिरकार इन गौशाला संचालकों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती। सिर्फ गौशाला के नाम पर पैसा डकार जा रहा है जिसमे कुछ अधिकारियों की मिली भगत को नकारा नहीं जा सकता है।
विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा समिति के जिला सहसंयोजक संतोष कुमार त्रिपाठी अपनी टीम के साथ आज बबेरू ब्लाक की विभिन्न गौशाला को भ्रमण किया भ्रमण के दौरान बबेरू ग्रामीण की गौशाला में गए और वहां देखा की गोवंशों की हालत देखकर ऐसा लगता है कि गोवंशों को सिर्फ दिखावे के लिए रखा गया है कभी भोजन नहीं परोसा जाता
जो कि गौ रक्षा समिति के पदाधिकारी जिले के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग लगातार कर रहे हैं लेकिन किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही
बबेरू ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत बबेरू ग्रामीण के संचालित अस्थाई गौशाला में तीन गोवंश मृत मिले और तीन गोवंश पानी के दलदल में फंसे मिले और खाने वाली चढ़ाई पर गोबर पड़ा मिला इससे यह पता लगता है कि गोवंश को सिर्फ भूख से मर जा रहा है और पैसा डकार जा रहा है। बबेरू ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत हरदौली में संचालित अस्थाई गौशाला में एक भी गोवंश नहीं मिले वहां पर सिर्फ तीन गोवंश मिले और गौशाला कर्मचारियों ने बताया कि लगभग यहां पर 500 गोवंश संरक्षित है। जबकि गौशाला पूरी तरह सुनी पड़ी है।
आज बबेरू ब्लाक के अंतर्गत कई गौशालाओं में भ्रमण किया गया देखा गया कि अधिकतर गौशालाओं की हालत खराब है जिम्मेदार क्षेत्रीय अधिकारी कभी गौशाला में झांकने नहीं जाते हैं