आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा जनपद के विभिन्न हिस्सों में किसानों की फसलों को जंहा सर्वप्रथम टिड्डी नामक कीड़ा निगल रहा है वहीं दूसरी ओर कोहरा एवं आज हुई हल्की बूंदाबांदी से किसानों की नींद हराम हो गई।
किसानों ने धान कटाई केबाद घने कोहरे के चलते गेहूं की फसल बोई जिसे टिड्डी नामक कीड़ा ने चट कर दिया उसके बाद हिम्मत कर किसानों ने दिसंबर माह के अंत में गेहूं की फसल पुनः बोई किंतु इस हल्की बूंदाबांदी से वह चिंतित हो गए हैं की कहीं उनकी रही सही मेहनत इस बूंदाबांदी की भेंट न चढ जाए।
किसानों ने बताया कि दुबारा जो फसल बोई है वह अपने परिवार के पालन पोषण केलिए रखें थे अगर ज्यादा वारिस हो गई तो नतो वह पुनः खेती में बीज डाल पाएंगे बल्कि परिवार का भरण-पोषण करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा उसमें सादी व्याह की सीजन आ रहा है जिसको लेकर किसानों की नींद हराम हो गई जिलाधिकारी बांदा दुर्गा शक्ति नागपाल से किसानों ने ऐसे क्षेत्र में संबंधित अधिकारियों को भेज सर्वे करवा उचित कार्रवाई की अपेक्षा की हैं।