रिपोर्ट–सोनू करवरिया
नरैनी–आज पूर्व की भांति बड़ोखर ब्लॉक के ग्राम पंचायत मवई की अस्थाई गौशाला में अवस्था होने की जानकारी विश्व हिन्दू महा संघ गौ रक्षा समिति के सदस्यों द्वारा मिली।जिसमें यह बताया गया की बेजुबान गोवंश इस वर्षा ऋतु में गौशाला के अंदर भरे हुए कीचड़ में रहने को मजबूर हैं जिसकी जानकारी मिलते ही तत्काल उक्त गौशाला का निरीक्षण किया गया जिसमें पाया गया की सभी गौवंश भीषण दलदल में खड़े कराह रहे हैं किन्तु यह जानवर बोल नहीं सकते हैं अपनी पीड़ा किसी को बता नहीं सकते हैं बस यही इनकी मजबूरी भी है पर शायद यह हमारे बांदा जिला के लिये कोई नई बात नहीं है इस तरह की खबरें वर्षों से बराबर निरंतर चल रहीं हैं ।इस तरह की अव्यवस्थाएं ज्यादातर गौशालाओं में देखने को मिल रही है! आज इस तरह की वर्षा ऋतु में इस भवई की गौशाला में ऊपर से पानी और नीचे से इस तरह के भयंकर कीचड़ में रहने को सभी गौ वंश रह रहे हैं पर इनकी चिंता शायद किसी को भी नहीं पर वैसे भी गौशालाओं की खबरें लगातार सभी मीडिया कर्मी और पत्रकारो द्वारा प्रकाशित की जा रही हैं तथा इस तरह की नाइंसाफी की खबरों पर भी प्रकाश डाल रहे हैं लेकिन बांदा जिले के आला अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगती है जबकि इसी तरह की अव्यवस्थाएं कुछ गौशालाओं को छोड़कर ज्यादातर इसी प्रकार से चल रहीं है आखिर गौशाला संचालक ग्राम प्रधान और ग्राम सचिवों को किन महानुभावों की छत्रछाया मिली हुई है।जिससे इन्हें किसी प्रकार का भय नहीं है जोकि हमारे उत्तर प्रदेश सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी जी के सपनों को चकनाचूर कर रहे हैं उनके आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं आखिर ऐसा कब तक चलेगा इस फोटो के माध्यम से साफ-साफ देख रहे होंगे की किस हालत में ये गौ वंश अपना जीवन को काट रहे होंगे। जबकि विश्व हिंदू महा संघ गौरक्षा समिति द्वारा गौ वंश से संबंधित सभी जानकारियां जिम्मेदार अधिकारियों को बराबर दी जा रही है लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है जिससे साफ जाहिर होता है की जिले के आला अधिकारियों को गौवंश के प्रति ना तोकोई लगाव है और ना ही चिंता जिसके परिणामस्वरूप सभी गौशाला संचालक बेलगाम हैं वरना किसी की क्या मजाल!