चिकित्सकों की मनमानी से कराहती स्वास्थ्य ब्यवस्थाओं का दंश झेल रहे गरीब 

राज्य

 

सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट–
वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरैनी में डाक्टरो में चल रहे कमीशनबाजी के खेल से गरीबों को नहीं मिल पा रहा समुचित स्वास्थ्य लाभ।बेखौफ धड़ल्ले से लिखी जा रही बाहर की दवाओं की पर्चियां। सरेआम डाला जा रहा है गरीबों की जेब में डाका !
आपको बतादें की पूरा मामला है सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरैनी का यहाँ पर पदस्थ डाक्टरों और मेडिकल स्टोरों की मिलीभगत से कमीशन के चक्कर में ज्यादातर मरीजों को लिखी जाती है बाहर की दवा। जिसकी जानकारी विश्व हिन्दू गौरक्षा समिति के तहसील अध्यक्ष सोनू करवरिया ने जानकारी देते हुये बताया की आज दिनांक 26/04/2024 को मैं जब दो दिन से लगातार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गया तो मुझे वहां पर ऐसे कई मरीज मिले जिनसे जानकारी ली गईं तो पता चला की यहां पर ज्यादातर डाक्टरों द्वारा कमीशनबाजी के चलते बाहर की दवाओं की पर्चियां लिखकर दी जाती हैं तथा डाक्टर द्वारा मरीजों को उसी मेडिकल स्टोरों में भेजा जाता है जहाँ पर डाक्टर द्वारा तय कमीशन उन्हें मिलता हो।उन्होंने ने यहाँ के हालात देखकर बताया की हम लोग कल दिनांक 25/04/2024 को जब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरैनी में पहुंचे तो वहां पर एक बहुत ही गरीब एवं दयनीय स्थिति में एक मरीज मिला जिसके शायद पैरों में दर्द और सूजन थी जिसने डाक्टर लवलेश पटेल जी को दिखाया तो उन्होंने तुरंत उसे बाहर की दवाओं की पर्ची बनाकर दे दी और जब मरीज बाहर दवा लेने गया तो मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा लगभग 500/- रुपये की दवा बताई गई जिससे मरीज असहाय वापस लौट आया क्योंकि वह बहुत ही गरीब व्यक्ति था मरीज के बताने केअनुसार उसके पास केवल 300 रुपए ही थे जिसमे उसकी 250 रुपए की बाहर से जांच कराई गई । मरीज के पास केवल 50 रुपये ही शेष बचे हुए थे! उसकी हालत बहुत ही दयनीय थी उसका पूरा शरीर कांप रहा था हमारे लोगों ने जब उसकी ऐसी हालत देखी तो रहा नहीं गया तत्काल हमारी समिति के सहयोग से उसे एक मेडिकल स्टोर से उसे कुछ दवायें दिलाई गई तथा किराया देकर उसे बरियारपुर भेजा गया ठीक इसी प्रकार का प्रकरण 06/04/2024 को भी मिला था जिसकी ख़बर भी छपी थीऔर आज पुनः देखने को मिला। आखिर ऐसे लोगों द्वारा कब तक सरकार की ब्यवस्थाओं को बदनाम किया जाएगा? क्या इसी प्रकार गरीब जनता की जेब में डाका डाला जायेगा ?आखिर किसकी सह से डाक्टर द्वारा इस तरह के नियम विरुद्ध कार्य किए जा रहे हैं। जबकि इसकी जानकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरैनी के अधीक्षक डॉ विपिन शर्मा जी को भी कई बार दी गयी लेकिन अभी तक कोई भी सुधार नहीं किया जा रहा है अतः जि़म्मेदार उच्चाधिकारियों से अनुरोध है की इस प्रकरण पर जल्द से जल्द ध्यान दें तथा ऐसे सिस्टम बाजों पर त्वरित कार्यवाही करने की कृपा करें तथा जनहित में सरकार संचालित स्वास्थ्य सुविधाओं को गरीबों के हित में कार्य कराने की पहल करें ताकि गरीबों का हित हो सके तथा आने वाले भविष्य में इस तरह के गलत कार्य ना किए जा सकें।

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