विष्णु चंसोलिया की रिपोर्ट
वरिष्ठ पत्रकार राजेश श्रीवास्तव को भी पत्रकारिता में सम्मानित किया
लखनऊ । डा. राजेंद्र प्रसाद वह शख्सियत थ्ो जिन्होंने सोमनाथ मंदिर जाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की बात भी मानने से इंकार कर दिया था। महात्मा गांधी जी को भी पटना हाईकोर्ट में तीन दिन तक इंतजार करने के बाद मिलने वाले डा. राजेद्र प्रसाद को कौन भूल सकता है। यह विचार व्यक्त किये उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने। मौका था कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय द्बारा आयोजित डा. राजेंद्र प्रसाद की जयंती समारोह का।
लखनऊ के विश्व संवाद केंद्र में आयोजित डा. राजेंद्ग प्रसाद जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, विशिष्ट अतिथि वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. अरुण कुमार सक्सेना, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, भाजपा के संगठन मंत्री ओम प्रकाश श्रीवास्तव रहे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव ने की।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कायस्थ समाज गौरवशाली समाज है। हर क्ष्ोत्र में इसके लोग शीर्ष पर हैं चाहे पत्रकारिता हो, अधिकारी हों, राजनेता हों या फिल्म या साहित्य। श्री मौर्य ने कहा कि डा. राजेंद्ग प्रसाद जी का यह कार्यक्रम और बड़ा हो सकता था । मैं समाज के हर वर्ग के लिए उपलब्ध होने की कोशिश करता हूं। उन्होंने कहा कि डा. राजेंद्र प्रसाद न केवल एक बेहतर अधिवक्ता थ्ो बल्कि देश के संविधान में उनका उल्लेखनीय योगदान था।
उन्होंने कहा कि देश के तीन राज्यों में हुई धमाकेदार जीत ने यह तय कर दिया है कि 2०24 में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है।
जबकि वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री डा. अरुण सक्सेना ने कहा कि राजेंद्र प्रसाद से कायस्थ समाज को ही नहीं बल्कि सबको सीखने की जरूरत है लेकिन कायस्थ समाज उन पर गर्व करता है । श्री सक्सेना ने कहा कि आज उप्र में भाजपा के छह जिलाध्यक्ष कायस्थ समाज से हैं। यह संख्या और अधिक बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज जब किसी मुकाम पर पहुंचता है तो अपनी जाति को बताने में संकोच करता है। यही संकोच हमें पीछे धकेल रहा है।
जबकि लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि डा. राजेंद्ग प्रसाद ने महात्मा गांधी के कंध्ो से कंधा मिलाकर न केवल स्वतंत्रता की लड़ाई में अपनी सहभागिता दी बल्कि संविधान के लिखने में अहम भूमिका निभायी ।जबकि भाजपा के संगठन मंत्री ओम प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि जब मैं अपने समाज के कार्यक्रम में जाता हूं तो मुझे गर्व होता है। मतदाता सूची में अपने लोगों को बढ़-चढ़ कर नाम दर्ज कराइये। जितनी ताकत आपकी होगी, कोई भी राजनीतिक दल आपको उतनी ही तरजीह देगा।
वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ भाजपा प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि राजेंद्र प्रसाद जैसा कद हमारे समाज को मिला है, यही गर्व की अनूभूति कराता है। कायस्थ समाज के लोगों को चाहिए कि अपनी सहभागिता अधिक बढ़ायें। कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। कायस्थ समाज का संकोच उसे खत्म कर रहा है जबकि अन्य समाज मजबूती के साथ अपनी बात रखता है।
कार्यक्रम संयोजक दिनेश खरे ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह पहला मौका है जब संगठन की दीवारों तोड़कर सभी संगठन के पदाधिकारी एक मंच पर एकत्र हुए हैं। इससे साफ है कि आने वाले समय में कायस्थ समाज अपनी कम होती एकजुटता को और अधिक मजबूती के साथ प्रदर्शित करेगा। अब वह समय दूर नहीं जब कायस्थ समाज के सामने हर राजनीतिक दल आयेगा। आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इनका हुआ सम्मान
डा. राजेंद्र प्रसाद की जयंती समारोह में समाज के विभिन्न क्ष्ोत्रों में उल्लिखित योगदान के लिए कई लोगों को सम्मानित किया गया, जिनमें-
हृदयनारायण श्रीवास्तव : समाज सेवा,राजेश श्रीवास्तव पत्रकारिता में, आलोक रंजन : प्रशासनिक सेवा,उमेश श्रीवास्तव : पुलिस सेवा,संजीव वर्मा : समाज सेवा
वींरेद्र सक्सेना : न्यायिक सेवा
गौतम ऋषि : ज्योतिषाचर्य
डा. दीपक श्रीवास्तव : पर्यावरणविद,शरद चंद्रा : व्यापारिक,मनीष हिंदवी : शिक्षा
अमिताभ बिहारी : युवा समाज सेवी,नीलम श्रीवास्तव : महिला सशक्तीकरण,डा. सुलेखा सक्सेना : चिकित्सा,रजनीगंधा : चिकित्सा सेवा,इंजीनियर अजय कुमार श्रीवास्तव : अभियंत्रण
डा. शिल्पी सक्सेना :न्यूरोलॉजिस्ट