गौरव दुबे की रिपोर्ट
उरई। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की जिला स्तरीय समिति की बैठक में मिलावटखोरी पर निर्देश दिए।
मिलावटी एवं नकली खाद्य पदार्थों के विक्रय एवं रोकथाम के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि इस बैठक के माध्यम से जनपद में मिलावटी खाद्य पदार्थों के विक्रय पर रोकथाम तथा मिलावटी और नकली खाद्य पदार्थों के संबंध में जन सम्मान को जागरूक करना है तथा खाद्य पदार्थों में मिलावट खोरी करने वालों पर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि खाद्य विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक दुकानों प्रतिष्ठानों से नमूने लेने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि जनपद के समस्त औषधि व्यापारियों को औषधि क्रय विक्रय करते समय कंप्यूटरिकृत क्रय विक्रय अभिलेख दिए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की कराई जाए। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन औषधि विक्रेता द्वारा क्रय विक्रय करने पर कड़ी कार्रवाई करते हुए लाइसेंस निरस्त किए जाएं। उन्होंने कहा कि जन सामान्य को स्वच्छ एवं शुद्ध खाद्य पदार्थों की जानकारी न होने के कारण मिलावट खोरों का मनोबल बढ़ जाता है जिसकी रोकथाम हेतु जन सामान्य को खाद्य पदार्थों के संबंध में जागरूक किया जाए तथा मिलावटखोरों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। इसके लिए होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट मेडिकल स्टोर, बेकरी, आटा चक्की, ऑयल मिल, दूध कलेक्शन सेंटर से अधिक से अधिक नमूने संकलित कर जांच करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर एडीएम न्यायिक जुबेर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र देव शर्मा, अभिहित अधिकारी जतिन सिंह, जिला कृषि अधिकारी गौरव यादव, आदि अधिकारी सहित समाजसेवी मौजूद रहे।