कौशल किशोर विश्वकर्मा की रिपोर्ट-
तिंदवारी (बांदा)। पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी कस्बे में स्थित प्राचीन मां काली देवी मंदिर में मंगलवार को भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया गया।
कलश यात्रा प्राचीन मां काली देवी मंदिर परिसर से शुरू हुई और विकास नगर, हनुमान नगर ,गांधीनगर, सन्तोषीनगर से होते हुए वापस मंदिर परिसर में पहुंचकर संपन्न हुई। कलश यात्रा में जलपान की भी व्यवस्था नगर व्यवसायी सुमित गुप्ता द्वारा की गई, यात्रा में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु पीत वस्त्र पहन कर व सिर पर कलश धारण कर शामिल हुई। इससे पूर्व कथा स्थल पर हवन पूजन किया गया। भव्य कलश यात्रा के बाद कथा का शुभारंभ करते हुए कथावाचक आचार्य गोपाल मिश्र महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा, ऐसी कथा है, जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।
इस अवसर पर आयोजन कर्ता सदस्य चन्दन कुशवाहा, रितेश गुप्ता , अमित कुशवाहा, रज्जू कुशवाहा,सुमित गुप्ता, पूनम तिवारी,अजय कुशवाहा,देवीदीन कुशवाहा, मोहन कुशवाहा, भोला ,बड्डी, विकाश द्विवेदी, नीरज गुप्ता,सुरेश प्रजापति, दिनेश,भोला शिवहरे, सन्दीप दीक्षित, छोटू शुक्ला, सोनू कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में कस्बेवासी उपस्थित रहे।
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