पिपरहरी अस्थाई गौशाला में गौवंशों की हालत दयनीय जिम्मेदार मौन

राज्य

 

रिपोर्ट- सोनू करवरिया नरैनी

गौशाला प्रबंधन की लापरवाही और गौ वंशों के प्रति उदासीनता को उजागर करती बांदा जनपद के ब्लॉक नरैनी अंतर्गत संचालित ग्राम पिपरहरी गौशाला संचालक की मनमानी को साफ बयां करती है।
आज इस गौशाला का विश्व हिन्दू गौरक्षा समिति द्वारा भ्रमण करने पर इस गौशाला में चार गोवंश बीमार पाए गए, जिनमें से एक गौवंश तो मरणासन्न अवस्था में तड़प रही थी जबकि तीन गौवंश इस गौशाला के पीछे मृत पाए गए। यह दृश्य बहुत ही दयनीय था संचालक की घोर लापरवाही के चलते इन्हें खुले में फेंक देने के चलते इन मृत गौवंशों को यहां कौवे और कुत्ते अपना आहार बना रहे थे।

विश्व हिंदू महासंघ गौ रक्षा समिति के जिला प्रवक्ता उमेश तिवारी और नरैनी तहसील मंत्री कमल किशोर जब पिपरहरी गौशाला का औचक भ्रमण करने हेतु पहुंचे तो उन्हें यहाँ पर बड़ा ही शर्मनाक भयावह दृश्य देखने को मिला जिससे आहत होकर उन्होंने इस सम्बन्ध में नरैनी खंड विकास अधिकारी प्रमोद कुमार, उप जिलाधिकारी नरैनी श्री सत्य प्रकाश और नरैनी पशु चिकित्सक डॉ विजय कुमार कमल को भी तत्काल इस घटना की जानकारी दी।अंतरात्मा को झकझोरती
यह घटना गौशाला प्रबंधन की लापरवाही को साफ उजागर करती है। ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा की जा रही अक्षम्य लापरवाही के लिए इनपर कार्रवाही करने की आवश्यकता है।अब इतनी घोर लापरवाही करने पर यह देखना महत्वपूर्ण है कि इस घटना पर प्रशासन द्वारा क्या कार्यवाही होती है इन बेजुबान गौ वंशों के साथ न्याय होता है या फिर इनकी पुकार को अनसुना कर मामला ही रफा दफा कर दिया जाता है जिसे देखना अभी बाकी है।जबकि इस घटना के मद्देनज़र, हमें गौ वंशों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा और उनके कल्याण के लिए काम करना होगा। हमें गौशाला प्रबंधन को भी जवाबदेह ठहराना होगा और उन्हें गौ वंशों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझने के लिए प्रेरित करना होगा।
इस प्रकरण पर जब नरैनी उपजिलाधिकारी सत्य प्रकाश जी से दूरभाष द्वारा बात की गई तो उनका कहना यह हुआ कि जांच कर जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी!

 

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