हरिश्चंद्र तिवारी लौना के साथ राजेंद्र पांचाल
उरई । जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने माहिल तालाब और रामकुण्ड में चल रहे सौंदर्यीकरण कार्यों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने दोनों स्थलों पर किए जा रहे कार्यों में कई खामियां पाई गईं, जिसके बाद जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़े दिशा-निर्देश जारी किए और कार्यों में लापरवाही बरतने वाले इंजीनियर व ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हेतु प्रभारी नगर निकाय अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व व नगर मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया।
माहिल तालाब के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि यहां पर चल रहे कार्य मानकों के अनुरूप नहीं थे। बिछाई जा रही इंटरलॉकिंग की गुणवत्ता खराब थी, और पीसीसी (पॉर्टलैंड सीमेंट कंक्रीट) का प्रयोग नहीं किया गया था। इसके अलावा, कार्य को ससमय गुणवत्तापूर्ण नही किया गया। जिलाधिकारी ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण कर कार्यों को गुणवत्ता के अनुसार व एस्टीमेट में लिए गए कार्यों को कराएं। उप जिलाधिकारी न्यायिक अतुल कुमार को कार्य की निगरानी के लिए तैनात किया गया और दो दिनों के भीतर लाइट की स्थिति ठीक करने तथा सफाई कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए।
रामकुण्ड का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि तालाब की सफाई अभी तक पूरी नहीं हो पाई थी और बाउंड्री पर लगाए गए ग्रिल व गेट भी मानक के अनुसार नहीं थे। इस पर उन्होंने अधिशासी अभियंता को जांच करने के निर्देश दिए और चेतावनी दी कि कार्य में देरी और गुणवत्ता की कमी को गंभीरता से लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित अधिकारियों तथा ठेकेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट अजीत कुमार जायसवाल, अधिशाषी अधिकारी राम अचल कुरील आदि सहित सम्बंधित अधिकारी व कार्यदायी संस्था मौजूद रहे।