आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा– जिस जगह पर धरना प्रदर्शन भूखहड़ताल,आंदोलनों के माध्यम से अपनी आवाज को पीड़ित व्यक्ति शासन प्रशासन तक पहुचाने के लिए इस्तेमाल करते थे आज उसी में जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन ने ताला जड़ दिया। वही पर सूत्रो से प्राप्त जानकारी से पता चला है कि अशोक स्तंभ परिसर मैं जो ताला लगाया गया है वह साफ सफाई आदि कुछ विशेष कारणों के मद्दे नजर यह कार्यवाही की गई है,साथ ही शीघ्र ही यथा स्थिति बनाए जाने की बात सामने आई है।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं बांदा जनपद मुख्यालय के अशोक स्तंभ परिशर की जो स्वतंत्रता का प्रतीक है जनपद में यह स्थान भूखहड़ताल धरना प्रदर्शन के लिए जाना जाता है, इस स्थल मे दंबगो, माफियाओं, यंहा तक की शासन प्रशासन के अधिकारियों कर्मचारियों से सताए लोग भी आकर अपनी आवाज को इस आस के साथ बुलंद करते हैं कि उनकी आवाज इमानदार जिम्मेदार बरिष्ठ अधिकारियों सहित सरकार के कानों तक पहुचेगी और उन्हें न्याय मिलेगा।
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए अधिवक्ता भोला द्विवेदी ने कहा कि यह कदम जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का आमजनता की आवाज को कुचलने का कुत्सित प्रयास है ।