आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा। जसपुरा थाना क्षेत्र के कस्बे के रहने वाले कारीगर दयाराम उर्फ कारिया ने आरोप लगते हुए मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र देकर बताया कि वह अनुसूचित जाति का व्यक्ति है तथा जसपुरा कस्बे का निवासी है 05 मई 2024 की सुबह झंझरी में कारीगर का काम करने गया था तभी रामकृपाल सिंह आदि आए और बुरी बुरी मां बहन की गालियां देने लगे तथा जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया काम करने से रोका पीड़ित ने जिसकी शिकायत थाना जसपुरा में से लेकर उच्च अधिकारी तक किया था जिस पर आज तक कोई कार्रवाई न करके भी विपक्षी से जसपुरा थाने के दरोगा दिलीप यादव से मिलकर पीड़ित के विरुद्ध फर्जी फसाने की धमकी देते दिया दरोगा का कहना है की खटीक तुमको जेल में डालकर सड़ा दूंगा आए दिन धमकी देता है पीड़ित के परिवार को धमकी देता है को गंजा तमंचा लगाकर जेल भेजने की दरोगा का कहना है। मैं नीचे से ऊपर तक अधिकारियों तक पैसा देता हूं इसलिए मेरा तुम कुछ नहीं कर सकते हो 2 साल हो गए आज तक कोई मेरा ट्रांसफर नहीं कर पाए साथ ही दरोगा ने पीड़ित का शांति भंग 130 बी एन एस एस की कार्रवाई भी कर दी है पीड़ित ने अपने परिवार की जान माल की रक्षा करने साथ ही उक्त दरोगा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। वही जब मामले की जानकारी उपनिरीक्षक दिलीप यादव से की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि कारीगर के द्वारा विवाद किया गया था जिस पर शांति भंग की कार्रवाई की गई जिससे नाराज होकर मेरे खिलाफ प्रार्थना पत्र दे रहे हैं।