रिपोर्ट सुशील मिश्रा
बांदा
लगभग 10 दिनों से करीबन 40 से 50 गोवंश नदी के बीच में फंसा हुआ है । जहां पर जिले के सभी अधिकारियों का जमावड़ा रहता है इसी बांदा जिले में सभी उच्चाधिकारियों का आवास, कार्यालय भी बने हुए है। लेकिन किसी भी अधिकारी को इन बेजुबान गौ को देखना भी नहीं उचित समझते हैं। क्या इन बेजुबान गौ वंश का इस पृथ्वी पर उनका हक नहीं है क्या । इन बेजुबान गौ वंश को नहीं पता था कि खाने की खोज में घूमते घूमते नदी में ही फस जायेंगे। और फसे हुए गौ वंश की जानकारी कल जिलाधिकारी महोदय जी को अवगत भी कराया गया था लेकिन इसके बाद भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई और आज भी उसी तरह केन नदी के बीच में फसे हुए हैं।जो कि आज स्वयं गौ रक्षा समिति के जिला अध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति उस घटनास्थल पर पहुंचे और देखा कि गोवंश नदी के बीच में फसें हुएं है । जहां पर मौके में आज जिला पशु चिकित्सा अधीक्षक शिवकुमार जी को बुलाया गया और दिखाया भी गया कि गोवंश किस हालत में जी रहा है पता नहीं कब भूख से तड़प रही होंगी।बांदा जिला में लगातार गौवांशों की हालत बेहद नाजुक है। अब देखना यह है कि क्या जिले के अधिकारीयों द्वारा इन बेजुबान गौ वंश को बाहर निकालने की व्यवस्था की जाती है कि या इसी नदी में प्राण त्यागने को मजबूर होंगी।