ओलम्पिक खेलों का सरताज खेल -मैराथन 

खेल

संजय दुबे

प्राचीन इतिहास को उठाकर देखे तो ओलंपिक खेलों में सबसे प्रतिष्ठित खेल मैराथन को माना जाता है। इस खेल की शुरुआत का अपना इतिहास है। 490ईसा पूर्व मैराथन युद्ध जीतने के बाद जीत की खबर ग्रीस तक पहुंचाने के लिए फ़िडीप्पीडिस को चुना गया। मैराथन से ग्रीस तब के जमाने लगभग 42किलोमीटर दूर हुआ करता था। फ़िडीप्पीडिस इस दूरी को तय करते हुए ग्रीस के चौक पर पहुंचा और जीत की खबर सुनाने के बाद मर गया। इस घटना को अविस्मरणीय बनाने के लिए प्राचीन ओलंपिक खेलों में मैराथन प्रतियोगिता आयोजित होने लगी।
1896में नए ओलंपिक खेल आयोजित हुए तो मैराथन , अनिवार्य खेल के रूप में शामिल हुआ। ग्रीस के स्पीरिडॉन लुईस ने 2 घंटा 58 मिनट 50 सेकंड का समय लेकर पहला स्थान अर्जित किया। उस जमाने मे गोल्ड मेडल देने की परंपरा नहीं थी। पहले आए विजेता को सिल्वर मेडल दिया जाता था। 1904से गोल्ड मेडल देने की परंपरा शुरू हुई।
1908ओलंपिक खेल के मैराथन में अजीब घटना हुई।इटली के डोरेंटो मिमित्री निर्धारित फिनिशिंग के कुछ दूर पहले गिर गए। मौके पर आयोजनकर्ताओं ने मिमित्री को उठाकर फिनिशिंग तक पहुंचा दिया। उन्हें विजेता भी घोषित कर दिया गया लेकिन पीछे से अमेरिका के जॉनी हेंस दौड़ते हुए आए जिसके कारण निर्णय सुधार कर जॉनी हेंस को विजेता घोषित किया गया।
1896से लेकर 2024तक के ओलंपिक खेलों में केवल दो अवसर ऐसे आए है जब किसी मैराथन धावक ने लगातार दो बार मैराथन प्रतियोगिता जीती है।इथियोपिया के अबेबे विकेला ने 1960और 1964 का ओलंपिक मैराथन जीता। केन्या के एलिउड फिपयोंगे ने 2012,2016ओलंपिक मैराथन जीता है। 2024में इथियोपिया के टी तोला ने अबvतक का सबसे कम समय 2घंटे6मिनट26सेकंड लेकर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया है। 1956के बाद अफ्रीका महाद्वीप के देशों ने मैराथन में लगभग एकाधिकार सा बना लिया है। इस अवधि में दस बार अफ्रीका महाद्वीप के देश के खिलाड़ी विजेता बने है। दो दो बार के विजेता भी अफ्रीका महाद्वीप के इथियोपिया और केन्या के है।
128साल में 42 किलोमीटर 195मीटर की दूरी तय करने में 53.19मिनट का समय कम हो गया है।1896के विजेता स्पिरिडोंन लुईस ने 2घंटे50मिनट50सेकंड का समय लिया था। 2024ओलंपिक खेल के मैराथन में इथियोपिया के टी तोला ने 2घंटे06 मिनट 26सेकंड का समय लिया है।
महिलाओं के मैराथन की शुरुवात 1984से हुई। महिलाओं की मैराथन शुरू कराने के लिए 1967के बोस्टन मैराथन में एक महिला कैथरीन स्विट्जर ने 741धावकों में अकेली महिला थी। उन्होंने प्रोटेस्ट कर फॉर्म भरने का काम किया था।उन्हें दौड़ने में व्यवधान डाला गया। जिसके चलते 1984में महिला मैराथन की शुरुवात हुई ।अमेरिका की जॉन बेनोइट ने 2घंटे24 मिनट 52सेकंड का समय लेकर पहली विजेता बनी। पेरिस ओलंपिक खेलों में नीदरलैंड की सिफान हसन ने 2 घंटे 22 मिनट58 सेकंड का समय लेकर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया है।
मैराथन खेल कितना लोकप्रिय है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 500से अधिक मैराथन प्रतियोगिता दुनियां भर में आयोजित की जाती है।
जहां तक विश्व रिकार्ड की बात की जाए तो 2023के शिकागो मैराथन में केन्या के कैल्विन किप्टन ने 2घंटे35सेकंड में मैराथन प्रतियोगिता जीती है। महिलाओं में केन्या की ही मेरी केटनी ने 2घंटे17 मिनट 01सेकंड में 2023में शिकागो मैराथन में विश्व रिकार्ड बनाया है।

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