जिला कृषिअधिकारी प्रमोद कुमार ने किसानों को बताया खेती मे बुआई का तरीका

राज्य

 

संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट

बांदा जिला कृषि अधिकारी बांदा डॉक्टर प्रमोद कुमार ने बताया है कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में किसान भाइयों को धान की खेती सीधी बुवाई विधि (डी०एस०आर०) से करनी चाहिए। गैर कृषि क्षेत्रों में पानी की उपभोगता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है एवं कृषि क्षेत्र की पानी की हिस्सेदारी घटती जा रही है। इस विधि में कृषको को 90 से 110 दिन में पकने वाली प्रजातियों का चुनाव करना चाहिये। इस विधि में 40 से 50 कि0ग्रा0 बीज प्रति हे० बुवाई मशीन से 25 से०मी० की दूरी पर लाइनों में बोना चाहिए। इस विधि से खेती करने में निम्न्लिखित लाभ है।
1 श्रम की बचत होती है।
2.फसल बुवाई कम समय में की जा सकती है।
3.फसल 7 से 10 दिन पहले पक जाती है, जिससे अगली फसल की बुवाई ससमय की जा सकती है।
4 जल की उपभोगता कम होती हैं, जिससे जल की बचत होती है।
5.जुताई बुवाई का खर्च कम आता है जिससे ईंधन की भी बचत होती है।
6.पंक्ति में बुवाई करने से यांत्रिक विधि से खरपतवार नियंत्रण करने में सुविधा होती है।
7.पौध सुरक्षा उपचार भी सुगमता पूर्वक किये जा सकते हैं।

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