सनत बुधौलिया
झाँसी। संविधान के जनक एवं विधि वेत्ता डॉ० भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर संघर्ष सेवा समिति, हिंदू जागरण मंच एवं सीपरी व्यापार मण्डल के संयुक्त तत्वाधान में बीकेडी चौराहे स्थित बाबासाहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर गगनचुंबी उद्घोषों के साथ कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति के संस्थापक एवं प्रतिष्ठित समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी ने कहा दलित, हरिजन, सामान्य वर्ग हो या पिछड़ा ये सभी वर्ण व्यवस्था में दिये गये नाम मात्र है लेकिन वास्तव में हर व्यक्ति में हर जाति के गुण होते हैं। दलितों को हिंदू समाज व्यवस्था में सबसे निचले पायदान पर होने के कारण न्याय, शिक्षा, समानता तथा स्वतंत्रता आदि मौलिक अधिकारों से भी वंचित रखा गया। इसे समाप्त करने में कई महापुरुषों का योगदान रहा जिसमें मुख्य रुप से भीमराव अम्बेडकर, संत कबीर, संत शिरोमणि रविदास, सावित्रीबाई फुले, ज्योतिबा फुले, पेरियार, गाडगे बाबा, जगजीवन राम, कांशीराम जैसे महानायकों ने दलित समाज के उत्थान में विशेष कार्य किया है। लेकिन सभी वर्गों में समानता लाने और निम्न वर्ग को आधुनिकता की मुख्य धारा से जोड़ने में सबसे मुख्य भूमिका डॉक्टर अम्बेडकर की रही। उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त कर यह सिद्ध किया कि अवसर मिलने पर अपनी योग्यता को निखारने वाले लोग किसी भी पद पर पहुंच सकते हैं वह किसी बंधन के मोहताज नहीं रहते संविधान निर्माण कर डॉ० अंबेडकर ने मौलिक अधिकारों के रूप में देश के हर एक व्यक्ति हर धर्म जाति के लोगों को समानता के साथ जीवन व्यतीत करने और सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व राजनीतिक क्षेत्र में अवसर प्रदान करने का अधिकार दिया। डॉ आंबेडकर ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनके ज्ञान का लोहा विदेशी भी मानते हैं। भारत सहित 20 से अधिक देशों में बाबा साहेब की मूर्तियां शिक्षा और समानता के क्षेत्र में कार्य करने हेतु स्थापित की गई है। हमारी सरकार भी सभी वर्गों के नागरिकों को अवसर प्रदान कर रही हैं मेरा मानना है आगे आने वाले समय में भारत जाति बंधनों से मुक्त देश कहलायेगा। देश के निर्माण में अपने अमूल्य योगदान के लिए मैं बाबा साहब अंबेडकर और उन्हीं के समान कार्य करने वाले समाजसेवियों और महापुरुषों को हृदय से नमन करता हूँ। इस अवसर पर हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष जयदीप खरे, सीपरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष विवेक बाजपेई एवं कोषाध्यक्ष मनीष अग्रवाल, इमरान, भूपेंद्र यादव, प्रमोद गोहिया, कमल मेहता, राजू सेन, बसंत गुप्ता, अनुज प्रताप सिंह, संदीप नामदेव, राकेश अहिरवार, सुशांत गेड़ा एवं आशीष विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।